देश की ‘अर्थव्यवस्था तबाह’ कर रहा ‘जाली करंसी का धंधा’

punjabkesari.in Saturday, Aug 29, 2020 - 02:03 AM (IST)

केंद्र सरकार ने काला धन और नकली करंसी समाप्त करने के लिए 8 नवम्बर, 2016 को 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करके 500 और 2000 रुपए मूल्य वाले नए नोट जारी किए थे। उस समय कहा गया था कि नई करंसी के सिक्योरिटी फीचर्स की नकल कर पाना जालसाजों के लिए आसान नहीं होगा परन्तु नोटबंदी लागू होने के कुछ ही दिनों के भीतर नए 500 व 2000 रुपए वाले नकली नोट भी बाजार में आ गए और यह सिलसिला तब से लगातार जारी है। बताया जाता है कि पाकिस्तान ने फिर से भारतीय नोटों की नकल करने में सफलता पा ली है। ये नेपाल के रास्ते भारत पहुंच रहे हैं। भारत में भी नकली करंसी के धंधेबाज स्थानीय स्तर पर जाली करंसी बना रहे हैं। 

* 19 अगस्त को होशियारपुर सिटी पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह के 4 सदस्यों अमरेंद्र सिंह सूरज, हरजिंद्र भारती, गुरसिमरन जीत सिंह और जगतार सिंह को गिरफ्तार कर 5.93 लाख रुपए की नकली करंसी पकड़ी। 
* 24 अगस्त को उत्तर प्रदेश के ओरैया में एक मकान से 1,61,800 रुपए की नकली करंसी और करंसी छापने का सामान जब्त किया गया। 
* 26 अगस्त को सिरसा पुलिस ने पंजाब की सीमा के साथ लगते गांव ‘मुसाहिब वाला’ के नाके पर बाइक सवार युवक गगनदीप और उसकी बहन हरपाल कौर से 3 लाख रुपए की नकली करंसी बरामद की। 

* 27 अगस्त को उत्तर प्रदेश के सीतापुर में हवन यज्ञ के समापन के बाद एक दम्पति ने 40 पुजारियों को दक्षिणा के रूप में 5,53,600 रुपए की जाली करंसी दे दी जिसका पता चलने पर पुजारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई परंतु तब तक यज्ञ का आयोजन करने वाले दम्पति मौके से फरार हो चुके थे। 2018-19 की तुलना में 2019-20 में देश में जाली नोटों की बरामदगी में भारी वृद्धि हुई है। 10 रुपए वाले जाली नोटों की बरामदगी 144.6 प्रतिशत, 50 रुपए के नोटों की 28.7 प्रतिशत, 200 रुपए के नोटों की 151.2 प्रतिशत, 500 रुपए के नोटों की बरामदगी 37.5 प्रतिशत बढ़ी है। 

20 रुपए के जाली नोटों की 37.7 प्रतिशत तथा 100 रुपए वाले जाली नोटों की बरामदगी में 23.7 प्रतिशत वृद्धि हुई है परंतु 2000 वाले जाली नोटों की बरामदगी में 22.1 प्रतिशत की कमी आई है क्योंकि छोटी रकम के नोटों की तुलना में 2000 रुपए के नोट को लोग अधिक गहराई से जांच कर लेते हैं। मात्र 9 दिनों के हमारे ध्यान में आए उक्त उदाहरणों से स्पष्ट है कि देश में नकली नोटों का धंधा कितना गंभीर रूप धारण कर चुका है। अत: नकली करंसी के निर्माण या सप्लाई से जुड़े लोगों के विरुद्ध देशद्रोह के आरोप में कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।—विजय कुमार


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