शिरडी के श्री साई बाबा ट्रस्ट ने दिया 500 करोड़ रु. का ब्याज मुक्त ऋण महाराष्ट्र सरकार को
punjabkesari.in Wednesday, Dec 05, 2018 - 04:08 AM (IST)

देश के राज्यों की कई सरकारें भारी आर्थिक संकट की शिकार हैं और इसी कारण या तो उनके द्वारा घोषित अनेक योजनाएं बीच में ही रुकी पड़ी हैं या फिर शुरू ही नहीं हो पाईं।
ऐसे ही राज्यों में महाराष्ट्र भी शामिल है जो धन की भारी कमी से जूझ रहा है तथा उसके द्वारा घोषित ‘निलवंडे सिंचाई योजना’ लम्बे समय से रुकी होने के कारण ‘अहमद नगर’ को पानी की सप्लाई अवरुद्ध है। ऐसे में शिरडी के ‘साई बाबा मंदिर ट्रस्ट’ ने महाराष्ट्र सरकार को ‘निलवंडे सिंचाई योजना’ को पूरा करने के लिए 500 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त ऋण देने का फैसला किया है। इससे पहले किसी सरकारी कार्पोरेशन को बिना ब्याज के इतना बड़ा ऋण नहीं दिया गया। यहां तक कि ऋण की वापसी के लिए समय सीमा भी तय नहीं की गई है। उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता श्री सुरेश हवारे इस ट्रस्ट के चेयरपर्सन हैं तथा उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस तथा मंदिर के अधिकारियों से एक मीटिंग कर लोन के प्रस्ताव को पारित करवाया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साई बाबा मंदिर ट्रस्ट और ‘गोदावरी-मराठवाड़ा सिंचाई विकास कार्पोरेशन’ ने इसके लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। मंदिर के इतिहास में यह विशेष केस होगा। लम्बे समय से अटके इस प्रोजैक्ट की कुल लागत लगभग 1200 करोड़ रुपए है। उल्लेखनीय है कि भारत में हजारों की संख्या में विभिन्न धर्मों के धर्म स्थल हैं जिनकी अरबों रुपए की राशि श्रद्धालुओं के चढ़ावे के रूप में निष्क्रिय पड़ी है। भारत के कुछ धर्मस्थलों की सम्पत्ति का यदि आकलन किया जाए तो यह देश के सबसे बड़े धन कुबेरों की सम्पत्ति से भी अधिक बनती है परंतु उसका कोई उपयोग नहीं हो रहा।
अत: यदि शिरडी के साई मंदिर के प्रबंधकों की तरह अन्य धर्मस्थलों के प्रबंधक भी अपनी यह राशि राज्य सरकारों की योजनाओं के लिए दे दें तो इससे न सिर्फ धर्मस्थलों में निष्क्रिय पड़ी संपदा का सदुपयोग हो सकेगा बल्कि देश के विकास में भी सहायता मिलेगी।—विजय कुमार