‘बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान’ भारत में तबाही मचाने की कोशिशों से!
punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 06:06 AM (IST)
अस्तित्व में आने के समय से ही पाकिस्तान के शासकों ने अपना भारत विरोधी एजैंडा जारी रखा हुआ है और वे सीमा पार से लगातार अपने पाले हुए आतंकवादियों के जरिए भारत में तबाही का सामान भिजवा रहे हैं। इसी कड़ी में सुरक्षा बलों ने 10 नवम्बर को देश के विभिन्न भागों से 8 संदिग्धों को गिरफ्तार करके उनसे भारी मात्रा में तबाही का सामान बरामद किया है और इनमें ‘डा. मुजम्मिल गनी’ सहित 7 कश्मीर से हैं और ‘डा. शाहीन’ लखनऊ से संबंध रखता है जिन्हें पूछताछ के लिए श्रीनगर लाया गया है। इन गिरफ्तारियों और जब्ती से जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले ‘जैश-ए-मोहम्मद’ तथा ‘अंसार गजवातुल ङ्क्षहद’ के आतंकवादी माड्यूल का भांडाफोड़ हुआ है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार आतंकवादियों के विरुद्ध कार्रवाई में फरीदाबाद में ‘डा. मुजम्मिल गनी’ के किराए के मकान से बरामद 360 किलो ज्वलनशील सामग्री सहित 2900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। इसमें अमोनियम नाइट्रेट, पोटाशियम नाइट्रेट और सल्फर शामिल हैं। इसके अलावा विभिन्न स्थानों से की गई बरामदगी में एक चीनी पिस्तौल, एक अन्य विदेशी पिस्तौल, एक ए.के. 56 राइफल सहित 2 विदेशी राइफलें, विस्फोटक, विभिन्न कैमिकल, इलैक्ट्रॉनिक सॢकट, बैटरियां, तार, रिमोट कंट्रोल टाइमर और धातु की शीट आदि शामिल हैं। ‘मुजम्मिल गनी’ श्रीनगर में ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के समर्थन में पोस्टर लगाने के मामले में भी वांछित था। अधिकारियों का दावा है कि ‘मुजम्मिल गनी’ और ‘अनंतनाग’ से गिरफ्तार ‘डा. आदिल अहमद राथर’ के फोन पर कई पाकिस्तानी नम्बर पाए गए हैं और वे नैटवर्क के संभावित हैंडलर हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि ‘श्रीनगर’ के ‘बुनपोरा नौगाम’ क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकाने के लिए 19 अक्तूबर को विभिन्न स्थानों पर ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के कई पोस्टर चिपके हुए पाए गए थे जिनसे इस जांच की शुरूआत हुई थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बयान में कहा है कि ‘‘जांच में एक सफेदपोश आतंकवादी ‘सिस्टम’ का भी पता चला है जिसमें कट्टïरपंथी पेशेवर और छात्र पाकिस्तान तथा अन्य देशों से काम कर रहे विदेशी आकाओं के संपर्क में थे। आतंकवाद के विरुद्ध यह एक बड़ी सफलता है जिसमें पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी माड्यूल का भांडाफोड़ किया है।’’ इससे एक ही दिन पहले 9 नवम्बर को ‘गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते’ ने हथियारों व विभिन्न कैमिकल्स से देश के विभिन्न भागों में बड़ा आतंकी हमला करने की साजिश रच रहे चीन से एम.बी.बी.एस. की डिग्री हासिल करने वाले ‘डा. अहमद मोहियुद्दीन सैयद’ सहित 3 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था।
उन्होंने ‘साइनाइड’ से भी अधिक खतरनाक ‘रिसिन’ नामक एक शक्तिशाली जहर से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची थी। अन्य आरोपी ‘आजाद सुलेमान शेख’ और ‘मोहम्मद सुहैल’ दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। इन्होंने राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार हासिल करके ‘डा. अहमद मोहियुद्दीन सैयद’ को सौंपे थे। आरोपियों के अनुसार उनका आका उन्हें पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार भेजता है। हालांकि सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों की साजिशों को लगातार नाकाम किया जा रहा है परंतु इन कोशिशों में और तेजी लाने की जरूरत है क्योंकि जितने बड़े पैमाने पर शत्रु भारत में तबाही मचाने पर उतारू दिखाई देते हैं उसे देखते हुए देश के दुश्मनों के विरुद्ध कार्रवाई में जरा सी चूक भी महंगी पड़ सकती है।
इसी बीच राजधानी दिल्ली में शाम के 6.55 बजे के लगभग ‘लाल किला मैट्रो स्टेशन’ के निकट एक कार में हुए एक बम विस्फोट में 13 लोग मारे गए तथा 30 अन्य घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए ‘लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल’ में भर्ती करवाया गया है। यह धमाका इतना शक्तिशाली था कि इससे आसपास के वाहनों के परखच्चे उड़ गए। इस बीच कार के मालिक का नाम भी पता चल गया है जो मोहम्मद सलमान बताया जाता है और कार के रजिस्ट्रेशन नंबर का भी पता चल गया है जो हरियाणा में पंजीकृत है। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि सरकार को अपनी सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने की जरूरत है।—विजय कुमार
