ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री की हत्या सुरक्षा बलों के स्वास्थ्य पर प्रश्नचिन्ह!

punjabkesari.in Tuesday, Jan 31, 2023 - 04:34 AM (IST)

29 जनवरी को एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास पर ‘ब्रजराजनगर’ में गोपाल दास नामक ए.एस.आई. ने अचानक उनके निकट आकर अपनी सॢवस रिवाल्वर से उन पर 2 गोलियां दाग दीं। इससे वह घायल हो गए व इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। 

इस घटना के परिणामस्वरूप आरोपी ए.एस.आई. गोपाल दास की पत्नी जयंती के बयान से देश के सुरक्षा बलों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर भी प्रश्न उठ खड़े हुए हैं। जयंती ने कहा है कि उसका पति मानसिक रूप से बीमार है, जिसका 7-8 वर्षों से इलाज चल रहा है। गोपाल दास ‘बाईपोलर डिसआर्डर’ नामक बीमारी से ग्रस्त बताया जाता है। इस रहस्योद्घाटन ने सुरक्षा बलों के स्वास्थ्य और उनके काम की स्थितियों की ओर ध्यान दिलाया है। ‘स्टेटस आफ पोलिंसिंग इन इंडिया’ शीर्षक रिपोर्ट में बताया गया कि ‘‘भारत में लगभग 24 प्रतिशत पुलिस कर्मी 16 घंटे व 44 प्रतिशत पुलिस कर्मी 12 घंटे से अधिक काम करते हैं।’’ 

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘21 राज्यों में पुलिस कर्मचारी औसतन 11-18 घंटे काम करते हैं। ओडिशा में काम के घंटे सर्वाधिक (18) हैं।’’ एक अन्य एन.जी.ओ.के अनुसार, ‘‘73 प्रतिशत पुलिस कर्मियों का कहना है कि उनके काम के बोझ का गंभीर प्रभाव उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।’’ एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर 74 प्रतिशत पुलिस स्टेशन स्टाफ और 76.3 प्रतिशत एस.एच.ओ. ने महसूस किया है कि वर्तमान काम करने की स्थिति उनके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है।’’ पुलिस विभाग में कर्मचारियों की छुट्टी की भी समस्या है। 

सुरक्षाकर्मी के हाथों ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री की हत्या दुखद है परंतु जब आरोपी ए.एस.आई. 7 वर्षों से अपना दिमागी इलाज करवा रहा था तो उसे ड्यूटी पर क्यों रखा गया? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? यदि पुलिस प्रणाली में कोई गड़बड़ है तो उसे तुरंत दूर किया जाए ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।—विजय कुमार 


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