अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय और किस-किस पर कार्रवाई करेगा

punjabkesari.in Monday, Jan 23, 2023 - 04:48 AM (IST)

हाल ही के दिनों में विमानों में यात्रियों की अनुशासनहीनता की अनेक घटनाएं हुई हैं। इनमें यात्रियों में मारामारी, एयर होस्टेस से झगड़ा तथा शराबी यात्रियों द्वारा सहयात्रियों पर पेशाब करना तक शामिल है। 

* 26 नवम्बर, 2022 को न्यूयार्क से दिल्ली आ रहे एयर इंडिया के विमान में बिजनैस क्लास में यात्रा कर रही बुजुर्ग महिला पर नशे में धुत्तï एक यात्री ने पेशाब कर दिया, जिससे उसके कपड़े, जूते और बैग भीग गए। 
* 6 दिसम्बर, 2022 को एक अन्य घटना में एयर इंडिया के ही पैरिस से दिल्ली आने वाले विमान में शराब के नशे में धुत्तï एक पुरुष यात्री द्वारा चालक दल के सदस्यों के निर्देशों का पालन न करने तथा एक महिला यात्री के कंबल पर पेशाब करने का मामला सामने आया। 

* 16 दिसम्बर को इस्तांबुल से दिल्ली आ रहे ‘इंडिगो’ के विमान में एक यात्री का एयर होस्टेस से परोसे जाने वाले भोजन को लेकर विवाद हो गया। यात्री के तेज आवाज में चिल्लाने पर एयर होस्टेस ने भी उसे चुप रहने और बात करने के लहजे पर ध्यान देने को कहा तो बहस बढ़ गई। यात्री के यह कहने पर कि ‘‘तुम नौकर हो’’, एयर होस्टेस भी भड़क गई और बोली, ‘‘हां मैं एक कर्मचारी हूं लेकिन आपकी नौकर नहीं हूं। आप चालक दल के सदस्य के साथ इस तरह बात नहीं कर सकते।’’ 

* 26 दिसम्बर, 2022 को बैंकाक से कोलकाता आ रहे ‘थाई स्माइल एयरवेज’ के विमान में एक यात्री ने सुरक्षा निर्देश मानने से इंकार कर दिया। उसने चालक दल के सदस्यों के बार-बार कहने के बावजूद पीछे की ओर झुका रखी अपनी सीट सीधी नहीं की और उनमें बहस शुरू हो गई जो जल्दी ही 2 यात्रियों के बीच तीखी बहस और मारपीट में बदल गई। उक्त घटनाओं में सिवाय 26 नवम्बर, 2022 को ‘एयर इंडिया’ की न्यूयार्क-दिल्ली उड़ान में घटना के लिए दोषी यात्री तथा विमान सेवा को 30 लाख रुपया जुर्माना करने के अलावा अन्य किसी भी घटना में कोई कार्रवाई विमानन कंपनियों तथा डी.जी.सी.ए. द्वारा अब तक नहीं की गई। 

इनमें सबसे गंभीर चूक 10 दिसम्बर, 2022 को एक अन्य विमान सेवा की चेन्नई से तिरुचिरापल्ली जा रही फ्लाइट में हुई परंतु यह समाचार लगभग एक महीना बाद अखबारों में छपा जिसमें कहा गया कि एक यात्री ने विमान का ‘एमरजैंसी एग्जिट’ खोल दिया जिससे यात्रियों में हड़कम्प मच गया और वह यात्री कोई सामान्य व्यक्ति नहीं भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या थे। विमान के चालक दल को इसका पता चलने के बाद विमान में सुरक्षा सम्बन्धी जरूरी इंजीनियरिंग और विमान का प्रैशर आदि जांचने में 2 घंटे से अधिक समय लग गया और उस दौरान विमान से यात्रियों को निकाल कर बस में बिठाए रखा गया जिससे उन्हें भारी असुविधा हुई। उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि इस भूल के लिए तेजस्वी सूर्या ने माफी मांग ली थी और यह घटना तब हुई थी जब विमान अभी जमीन पर ही था। 

तेजस्वी का कहना है कि अनजाने में उनकी बाजू लगने से ‘एमरजैंसी एग्जिट’ खुल गया परंतु इसी विमान सेवा के ही एक पूर्व पायलट का कहना है कि ‘एमरजैंसी एग्जिट’ का लीवर कोई इतनी हल्की सी चीज नहीं होती जो कोहनी लगने से ही खुल जाएगा। इसे खोलने के लिए खड़े होकर पूरा जोर लगाना पड़ता है। उड़ान की तैयारी के समय विमान के अंदर बने हुए प्रैशर के कारण इसे खोलना और भी कठिन होता है। यह घटना शायद अभी भी प्रकाश में न आ पाती यदि द्रमुक के एक नेता ने 29 दिसम्बर को इसके बारे में प्रैस को न बताया होता और यह भी पूछा जा रहा है कि विमान सेवा ने इस मामले में कोई शिकायत क्यों नहीं की? नियम के अनुसार विमान में होने वाली किसी भी घटना की सूचना डी.जी.सी.ए. को तुरंत देनी होती है। ये सभी घटनाएं विमान यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ी होने के कारण इनकी उपेक्षा किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। तो क्या अनुशासनहीनता के मामलों में यात्रियों के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी या उन पर भी इसी तरह पर्दा डाल दिया जाएगा? 

विमानन नियामक एयरलाइनों के साथ सुरक्षा के कई मुद्दों को उठा रहा है तो ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नियुक्ति संबंधी कैबिनेट समिति ने 1993 बैच के वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी विक्रम देव दत्त को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डी.जी.सी.ए.) के अगले महानिदेशक के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है। नए महानिदेशक की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब डी.जी.सी.ए. की एयरलाइनों द्वारा सुरक्षा नियमों के उल्लंघन को दंडित करने के लिए कई कठिन निर्णय लेने हैं, तो क्या अब लोग यह उम्मीद करें कि भविष्य में एयरलाइनों की सेवाओं में सुधार आएगा?


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