स्वतंत्रता दिवस के विभिन्न समारोहों में नई बातें हुईं पहली बार!

punjabkesari.in Thursday, Aug 17, 2023 - 04:19 AM (IST)

15 अगस्त को देश भर में स्वतंत्रता दिवस अभूतपूर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। लोगों ने जगह-जगह राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया और इस बार कई बातें ऐसी हुईं जो इससे पहले किसी स्वतंत्रता दिवस समारोह में नहीं हुई थीं। 

* इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस समारोह में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मेक इन इंडिया’ के अंतर्गत निर्मित स्वदेशी तोपों से सलामी दी गई।
* विभिन्न प्रधानमंत्री अब तक लाल किले से जनता को आमतौर पर ‘मेरे प्यारे देशवासियो’ कह कर संबोधित करते रहे हैं, परंतु इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के शुरू में कहा :
‘‘मेरे प्रिय 140 करोड़ परिवारजन...इतना बड़ा विशाल देश...140 करोड़ ये मेरे भाई-बहन मेरे परिवारजन आज आजादी का पर्व मना रहे हैं।’’ इसके बाद भी उन्होंनेे बार-बार ‘मेरे प्यारे परिवारजनो’ तथा ‘मेरे प्रिय परिवारजनो’ कहा। 

* लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह देखने के लिए पहली बार देश भर से 50 नर्सों को उनके परिवार के सदस्यों के साथ विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया।
* बस्तर (छत्तीसगढ़) डिवीजन के 7 गांवों चिन्नागेलुर, तिमेनार, हिरोली, बेद्रे, दुब्बामरका, टोडामरका तथा चांदामेटा में देश की स्वतंत्रता के बाद पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराए गए। यहां अब तक नक्सलवादी काला झंडा फहराते थे तथा लोगों को स्वतंत्रता का पर्व मनाने की अनुमति नहीं थी।
* बस्ती (उत्तर प्रदेश) में पहली बार किन्नर समुदाय की अध्यक्ष काजल बाई को इंदिरा चैरीटेबल सोसायटी ने अपने कार्यालय पर ध्वजारोहण के लिए आमंत्रित किया ताकि लोग किन्नर समुदाय की महत्ता को समझ सकें। 
* ‘चुराचांदपुर’ (मणिपुर) जिले के ‘रेंगकई’ शहर में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में बीस वर्ष बाद पहली बार हिन्दी फिल्म  ‘उड़ी : द सर्जिकल स्ट्राइक’ दिखाई गई। यहां प्रदर्शित अंतिम हिंदी फिल्म ‘कुछ-कुछ होता है’ (1998) थी। 

* कश्मीर घाटी में शांति बहाली के बाद बदले हुए वातावरण में पहलगाम, दूधपथरी और गुलमर्ग जैसे स्थानों पर रिसोर्ट 15 अगस्त की खुशी मनाने वाले लोगों से भर गए। करीब 30 वर्ष बाद अब पहली बार कश्मीर घाटी में निकाह, वलीमा (शादी की दावत) और अन्य पारिवारिक समारोहों का दौर चल पड़ा है। कश्मीर घाटी में 14 और 15 अगस्त को कई विवाह समारोह सम्पन्न हुए।
* श्रीनगर (कश्मीर) के बख्शी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस समारोह में हजारों लोग भाग लेने पहुंचे। अतीत में कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस तथा गणतंत्र दिवस पर कड़े सुरक्षा प्रबंधों के अंतर्गत लगाई जाने वाली कंटीली तारें और अवरोधक इस बार देखने को नहीं मिले। 

* श्रीनगर के उस घंटाघर पर भी तिरंगा फहराया गया, जहां पाकिस्तान के पाले हुए आतंकवादी कभी पाकिस्तानी झंडा लगाने की इच्छा रखते थे। घंटाघर के नीचे पूर्व आतंकी कमांडर सैफुल्ला फारूक ने अपने साथियों के साथ तिरंगा फहराया जबकि आतंकवादी जावेद मट्टू के भाई रईस मट्टू ने भी स्वतंत्रता दिवस से पहले जावेद के मकान पर तिरंगा फहराया।
* जबलपुर (मध्य प्रदेश) में नर्मदा नदी की उफनती लहरों के बीच 200 तैराकों ने नदी में लगभग 10 किलोमीटर तैर कर तिरंगा यात्रा निकाली। 
* भोपाल (मध्य प्रदेश) में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस बार पहली बार लाल चौक पर स्वतंत्रता दिवस की परेड में ध्वजारोहण करने वाले मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना को परेड का नेतृत्व कर रही उनकी बेटी सोनाक्षी सक्सेना ने सलामी दी। 

* विदिशा (मध्य प्रदेश) जिला मुख्यालय पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस परेड में पहली बार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए गठित ‘लाडली बहना सेना’ की टुकड़ी ने प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग को सलामी दी। 
इस बार के स्वतंत्रता दिवस समारोह में ऐसे दृश्य पहली बार दिखाई दिए। हम आशा करते हैं कि आने वाला स्वतंत्रता दिवस का महापर्व इससे भी अधिक शानदार होगा तथा हमें और भी अच्छे दृश्य देखने को मिलेंगे।—विजय कुमार


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