‘कराटे सीखी’  युवती ने ‘बदमाश’ कांस्टेबल को सिखाया सबक

punjabkesari.in Tuesday, Apr 10, 2018 - 03:44 AM (IST)

आज जबकि महिलाओं पर अत्याचार जोरों पर हैं, अपवाद स्वरूप कुछ ऐसी महिलाएं भी मौजूद हैं जो अपने साहस से बुलंद आवाज में संदेश दे रही हैं कि यदि नारी जाति अपनी शक्ति को पहचान कर ‘ज्योति’ से ‘ज्वाला’ बन जाए तो किसी भी तरह की बुराई उसके सामने टिक नहीं सकती। इसी का उदाहरण 5 अप्रैल को राष्ट्रीय स्तर की कराटे खिलाड़ी ‘नेहा जांगरा’ ने रोहतक में एक ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी की धुनाई करके पेश किया। 

कराटे एकैडमी में अपनी क्लास अटैंड करके नेहा शाम को ऑटो से घर जा रही थी, एक वर्दीधारी कांस्टेबल यासीन भी उसी ऑटो में सवार हुआ। ऑटो चालक जब कुछ देर के लिए एक दुकान से कुछ खरीदने गया तो यासीन ने नेहा से बदतमीजी शुरू कर दी क्योंकि आटो में वही अकेली थी। उसने नेहा से उसका फोन नंबर मांगा और गलत ढंग से छुआ तो नेहा ने अपने कराटे कौशल का प्रयोग करते हुए उसकी धुनाई कर दी। यासीन ने भागने की कोशिश की परंतु ऑटो चालक के आने तक नेहा ने उसे पकड़े रखा और फिर उसे ‘महिला पुलिस थाने’ में ले गई। नेहा हैरान रह गई जब महिला एस.एच.ओ. सुनीता देवी ने कथित रूप से उसे मामले को तूल न देने का सुझाव देते हुए कहा कि एफ.आई.आर. दर्ज होने से कांस्टेबल का करियर और विवाहित जीवन खराब हो जाएगा। 

परंतु अंतत: यह मामला 6 अप्रैल को दोषी सिपाही के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज किए जाने, उसके निलंबन और गिरफ्तारी के बाद ही समाप्त हुआ। अपने ‘कराटे कौशल’ द्वारा एक आततायी से अपनी इज्जत बचाकर नेहा ने नारी जाति को अपनी आत्मरक्षा के लिए कराटे सीखने का संदेश दिया है। आवश्यकता है कि हमारी बच्चियां अन्याय के मुकाबले के लिए, चाहे वह किसी भी तरह का हो, अपने अंदर विद्यमान शक्ति को पहचानें और अपने भीतर आत्मविश्वास तथा जागरूकता पैदा करें।—विजय कुमार


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Pardeep

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