जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की मदद कर चंद स्थानीय लोग अपने ही पैरों पर मार रहे कुल्हाड़ी
punjabkesari.in Sunday, Apr 30, 2023 - 02:52 AM (IST)

जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के पाले हुए आतंकवादियों द्वारा सेना एवं नागरिकों पर हमले थम नहीं रहे हैं। नवीनतम हमला उन्होंने 21 अप्रैल को जम्मू में पुंछ के ‘भाटा दुरियां’ में एक सैन्य वाहन पर किया जिसमें 5 सैनिक शहीद और एक घायल हो गया। हमले में प्रयुक्त विस्फोटक एवं हथियार पाकिस्तान से ड्रोनों मेें आए थे। डी.जी.पी. दिलबाग सिंह ने कहा कि पुंछ हमला स्थानीय लोगों के सक्रिय सहयोग से किया गया क्योंकि बिना स्थानीय समर्थन के इस तरह के हमले नहीं किए जा सकते।
इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया ‘गुरसाई’ गांव का निसार अहमद उन 200 लोगों में शामिल है जिन्हें उक्त हमले से जुड़े होने के संदेह में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था तथा उसका परिवार भी आतंकियों को सपोर्ट प्रदान करने में संलिप्त पाया गया है। डी.जी.पी. के अनुसार एक माड्यूल के गिरफ्तार किए गए 6 सदस्यों में वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने आतंकवादियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में सहायता देने के अलावा उन्हें हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक उपलब्ध करवाया।
डी.जी.पी. ने कहा कि आतंकियों ने इस हमले में अधिकतम नुक्सान पहुंचाने व सेना के वाहन को निशाना बनाने के लिए आई.ई.डी. तथा स्टील की परत वाली कवच-भेदी गोलियां इस्तेमाल कीं। शुरूआती जांच के अनुसार राजौरी-पुंछ इलाके में 9 से 12 विदेशी आतंकी सक्रिय हैं।
पुंछ आतंकी हमले के सिलसिले में गिरफ्तारियों से एक बार फिर सिद्ध हो गया है कि इस अशांत क्षेत्र में आतंकवादियों को तरह-तरह की सहायता और शरण देने से अभी भी कुछ स्थानीय लोग बाज नहीं आ रहे। ऐसा करके वे अपने ही भाई-बंधुओं की मौत का कारण बनने के अलावा अपनी मातृभूमि के साथ भी गद्दारी कर रहे हैं। अत: ऐसी काली भेड़ों के विरुद्ध अभियान और तेज करने तथा पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध शीघ्र जांच पूरी करके उन्हें कठोरतम दंड देने की जरूरत है।—विजय कुमार