‘भारत-लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाएं’ हादसों में उजड़ रहे परिवार!

punjabkesari.in Wednesday, Jul 09, 2025 - 05:41 AM (IST)

भारत में प्रतिदिन औसतन 1264 सड़क दुर्घटनाओं में 474 लोगों की मौतें तथा बड़ी संख्या में लोग घायल हो रहे हैं। स्थिति की गंभीरता का अनुमान पिछले 8 दिनों में हुई निम्न दुर्घटनाओं से लगाया जा सकता है :

* 1 जुलाई, 2025 को ‘रायपुर’ (छत्तीसगढ़) में ट्रक से आगे निकलने की कोशिश में एक प्राइवेट बस ने ट्रक को टक्कर मार दी जिससे बस में सवार एक महिला और 2 पुरुषों सहित 3 लोगों की मृत्यु हो गई। 
* 3 जुलाई को ‘राई’ (हरियाणा) में एन.एच. 44 स्थित सैक्टर 7 के सामने एक ट्राले की टक्कर से कार में आग लग जाने से 3 दोस्तों की मौत हो गई। 
* 3 जुलाई को ही ‘लुधियाना’ में ‘गिल’ गांव के निकट सड़क पार कर रहे एक युवक को तेज रफ्तार बस ने कुचल कर मार डाला। 
* 6 जुलाई को ‘माहिलपुर’ (पंजाब) में जम्मू से दिल्ली जा रही एक टूरिस्ट बस तथा ट्रक की टक्कर में एक व्यक्ति की मौत और 2 अन्य घायल हो गए।

* 6 जुलाई को ही ‘बारां’ (राजस्थान) जिले में एक कार के सड़क पर खड़ी पिकअप वैन से टकरा जाने के कारण 4 लोगों की मौत हो गई। 
* 7 जुलाई को ‘दसूहा’ (होशियारपुर) में हाजीपुर-दसूहा रोड पर गांव ‘सगरां’ के निकट ‘तलवाड़ा’ से ‘दसूहा’ जा रही निजी कंपनी की तेज रफ्तार और ओवरलोड मिनी बस बेकाबू होकर पलटियां खाने के बाद सड़क किनारे खड़ी एक कार से जा टकराई। इसके परिणामस्वरूप उसमें सवार एक मां-बेटी सहित 10 लोगों की मौत और 33 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। 32 सीटों वाली बस में 45 सवारियां थीं।
* 7 जुलाई को ही ‘गजरौला’ (उत्तर प्रदेश) में एक कार सड़क पर खड़े ट्रक में जा घुसी जिससे पुलिस स्पैशल ब्रांच में कार्यरत हैड कांस्टेबल और उनकी पत्नी की मौत तथा दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। 
* 7 जुलाई को ही ‘शहडोल’ (मध्य प्रदेश) में ‘जोरा’ गांव के निकट ड्राइवर को नींद आ जाने के कारण एक मल्टी यूटिलिटी वाहन (एम.यू.वी.) के एक पेड़ से टकरा जाने से 3 महिलाओं की मौत हो गई।
* 7 जुलाई को ही ‘संभल’ (उत्तर प्रदेश) के ‘हरगोबिंदपुर’ गांव में एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के परिणामस्वरूप उसमें सवार विवाह करवाने जा रहे दूल्हे समेत 8 लोगों की मौत हो गई। यह कार मृत युवक के मित्र ने 3 महीने पहले ही खरीदी थी और कहा था ‘मेरी कार में दूल्हा बनकर जाएगा तू’।

* 8 जुलाई को ‘कडलूर’ (तमिलनाडु) जिले में एक स्कूल वैन और ट्रेन  की टक्कर में 3 मासूम बच्चों की मौत हो गई।
* 8 जुलाई को ‘तंजावुर’ (तमिलनाडु) में एक कार और मिनी ट्रक की टक्कर में एक ही परिवार के 4 लोगों की जान चली गई।
* 8 जुलाई को ही ‘फिल्लौर’ (पंजाब) के नैशनल हाईवे पर टाइलों से भरा वाहन बेकाबू होकर पलट गया, जिससे उसमें सवार 6 में से 3 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अन्य 3 गंभीर रूप से जख्मी हो गए। 
हमारे देश में वाहनों की रफ्तार में वृद्धि के साथ दुर्घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है जिससे परिवार उजड़ रहे हैं। इसके बड़े कारणों में सड़क निर्माण में त्रुटियां, बसों में निर्र्धारित से अधिक संख्या में यात्री बिठाना, वाहन चालकों द्वारा शराब पीकर, मोबाइल पर बात करते हुए और बिना आराम किए लम्बे समय तक वाहन चलाना आदि मुख्य हैं। कानून लागू करने वाली एजैंसियों द्वारा अपनी जिम्मेदारी को सही ढंग से न निभाने के कारण भी वाहन चालक लापरवाही बरतते हैं। लोगों में बढ़ रही तेज रफ्तार की चाहत भी सड़क दुर्घटनाओं का कारण बन रही है।
अत: जरूरत इस बात की भी है कि यातायात नियंत्रण के लिए नियुक्त स्टाफ की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ उसकी जिम्मेदारी के प्रति जवाबदेह बनाया जाए। इसके साथ ही सड़कों के गड्ढे तथा टूट-फूट दूर  करने की भी जरूरत है ताकि दुर्घटनाओं का जोखिम कम हो सके।—विजय कुमार


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