‘देश में अवैध हथियारों का धंधा’ जोरों पर

punjabkesari.in Tuesday, Sep 12, 2017 - 02:03 AM (IST)

एक ओर देश की सीमाओं पर चीन और पाकिस्तान की ओर से मंडरा रहे खतरे के कारण हमारी सुरक्षा दाव पर लगी हुई है तथा दूसरी ओर देश में हिंसा एवं अराजकता फैला कर अपराध बढ़ाने और देश का वातावरण बिगाडऩे पर आमादा कुछ शक्तियों ने बड़े पैमाने पर देश में अवैध हथियारों के निर्माण और बिक्री का धंधा शुरू कर रखा है: 

27 जुलाई रात को कोलकाता में तिलजला के गुलशन मठ इलाके में पकड़ी गई अवैध हथियारों की एक फैक्टरी से  8 देसी पिस्तौल, कारतूस, मैगजीन और इनके निर्माण में प्रयुक्त मशीन जब्त की गई। इसके अलावा अत्याधुनिक हथियार बनाने में माहिर मुंगेर के रहने वाले 4 व्यक्तियों तथा इमारत के मालिक को भी हिरासत में लिया गया। 27 जुलाई को ही दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने अवैध हथियारों के धंधेबाजों से 35 पिस्तौल और 70 मैगजीन कब्जे में लिए। उत्तरी दिल्ली से पकड़े गए इन अपराधियों का संबंध बिहार के मुंगेर से है। 

29 जुलाई को दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठï ने अवैध हथियारों के धंधे से जुड़ी एक महिला ‘मोबाई’ को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से ‘मेड इन इंगलैंड’ तथा ‘मेड इन अमरीका’ के निशान लगे 7.65 एम.एम. के 14 सैमी आटोमैटिक अत्याधुनिक पिस्तौल तथा 14 मैगजीन जब्त किए। 12 अगस्त को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से 20 सैमी आटोमैटिक पिस्तौल बरामद किए जिन्हें वह मध्य प्रदेश से रेलगाड़ी द्वारा लेकर दिल्ली आया था। 13 अगस्त को मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र के एक गांव घड़वाडा के एक मकान से भारी संख्या में शस्त्रास्त्र और 38 देसी बम बरामद हुए। 

14 अगस्त को ठाणे ए.टी.एस. द्वारा कार्रवाई में बदलापुर परिसर से 1 मैगजीन, 5 देसी पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। 23 अगस्त को मुम्ब्रा में पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में घूम रहे नदीम महबूब खान नामक एक व्यक्ति से उसकी कमर में खोसे हुए दो भरे हुए देसी कट्टे और 3 जिंदा कारतूस जब्त किए। 25 अगस्त को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान पहाड़ी की गुफानुमा 20 मीटर लम्बी सुरंग में छिपा कर रखे गए उड़ीसा और तेलंगाना की फैक्टरियों में निर्मित 73 डैटोनेटर, 43 हैंडग्रेनेड, 77 तीर बम व बड़ी मात्रा में विस्फोटक कब्जे में लिए गए। 03 सितम्बर को फिरोजाबाद पुलिस ने सलाई क्षेत्र में पिता-पुत्र द्वारा चलाई जा रही अवैध हथियारों की फैक्टरी पकड़ कर मौके से 8 बने और अधबने तमंचे तथा भारी मात्रा में इनके निर्माण में प्रयोग होने वाली सामग्री पकड़ी। 

04 सितम्बर को हरियाणा पुलिस ने डेरा सच्चा सौदा के सिरसा मुख्यालय से राइफलों, 9 एम.एम. पिस्तौलों व सिंगल और डबल बैरल पिस्तौलों के अलावा मोडीफाइड कार्बाइन सहित बिना लाइसैंस वाले 33 हथियार बरामद किए। 07 सितम्बर को उत्तर प्रदेश के कासगंज में ‘कटरी’ (गंगा के बीच बने टापू) की कोम्बिंग के दौरान पुलिस ने 2 हथियार बनाने वाली फैक्टरियां पकड़ीं और 315 बोर की बनी और अधबनी 7 राइफलें, 315 बोर के 7 तमंचे और 8 अधबने तमंचों के अलावा 50 अन्य हथियार तैयार करने का सामान और उपकरण बरामद करके 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया जबकि 10 अन्य आरोपी गंगा में कूद कर फरार हो गए। 

और अब 10 सितम्बर को पश्चिम बंगाल पुलिस ने वीरभूम जिले में मारग्राम के जंगलों में सुनसान स्थान पर बोरों तथा प्लास्टिक कंटेनर में बड़ी संख्या में रखे देसी बम बरामद किए। देश में अवैध हथियारों के निर्माण का धंधा इतना बढ़ चुका है कि केरल के वामपंथी और भगवा गिरोहों के बीच ङ्क्षहसक लड़ाइयों के लिए बदनाम केरल के कन्नूर में बम बनाने का धंधा एक कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है तथा इस क्षेत्र के कुछ गांवों में दाखिल होने से पुलिस भी डरती है। इस समय जबकि देश की एकता और अखंडता के लिए दो बड़ी शत्रु शक्तियों द्वारा चुनौती दी जा रही है घरेलू मोर्चे पर माहौल खराब करने के लिए सक्रिय अवैध हथियारों के सौदागरों के धंधे पर रोक लगाना बहुत आवश्यक है ताकि देश को बाहरी खतरे के साथ-साथ भीतरी खतरे से बचाया जा सके।—विजय कुमार 


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