‘नशा तस्करों का स्वर्ग बनता जा रहा’ ‘गांधी, पटेल और स्वामी दयानंद का गुजरात’
punjabkesari.in Wednesday, Apr 16, 2025 - 04:35 AM (IST)

भारत के पश्चिमी राज्य गुजरात ने हमारे देश को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, लौह पुरुष वल्लभ भाई पटेल और स्वामी दयानंद जैसी महान विभूतियां दी हैं। महात्मा गांधी देश को स्वतंत्रता दिलाने के अलावा शराब जैसी बुराई पर रोक लगाने के लिए सदा प्रयत्नशील रहे। समाज पर पडऩे वाले शराब के दुष्प्रभावों को देखते हुए ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने पराधीनता के युग में यह घोषणा की थी कि यदि भारत का शासन आधे घंटे के लिए भी उनके हाथ में आ जाए तो वह शराब की सभी डिस्टिलरियों और दुकानों को बिना मुआवजा दिए ही बंद कर देंगे। यही नहीं, गांधी जी ने महिलाओं को भी स्वाधीनता आंदोलन से जोड़ा और देश के कोने-कोने में महिलाओं ने छोटे दूध पीते बच्चों तक को गोद में लेकर शराबबंदी की मांग के साथ-साथ विदेशी कपड़ों की होली जलाई और अनेक महिलाओं ने 2-2, 3-3 वर्ष की कैद भी काटी थी।
लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को देश की स्वतंत्रता और रियासतों का भारत में विलय करवाने का श्रेय प्राप्त है जबकि स्वामी दयानंद ने ‘आर्य समाज’ की स्थापना करके देश में जन जागृति की एक नई लहर चलाई। ऐसे महापुरुषों को जन्म देने वाले राज्य में आज भारी मात्रा में नशा पकड़ा जा रहा है। गुजरात जिसे ‘ड्राई स्टेट’ कहा जाता है, अब ‘पाऊडर स्टेट’ बनता जा रहा है तथा मात्र गत 4 वर्षों में ही यहां लगभग 32,813 करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ी गई हैं। राज्य में मात्र वर्ष 2024 में ही 4,862 किलो नशीले पदार्थ जब्त किए गए। ये आंकड़े सिर्फ बरामदगी के हैं, जबकि इसके अलावा न जाने कितना नशा बिना पकड़े निकल गया होगा। इससे स्पष्टï है कि राज्य में नशीले पदार्थों का कारोबार कितनी तेजी सेे फैल रहा है।
* फरवरी, 2024 मेंं नौसेना तथा नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो’ की टीम ने 1300 से 2000 करोड़ रुपए मूल्य की 3300 किलो ड्रग्स जब्त की थी।
* अप्रैल, 2024 में भारतीय तटरक्षकों ने पोरबंदर के निकट 6000 करोड़ रुपए मूल्य की 86 किलो ड्रग्स पकड़ी।
* 15 नवम्बर, 2024 को पोरबंदर तट के निकट भारतीय जल क्षेत्र में ‘नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो’ (एन.सी.बी.), भारतीय नौसेना तथा गुजरात पुलिस की ‘एंटी टैररिस्ट स्क्वाड’ (ए.टी.एस.) टीमों ने एक संयुक्त अभियान में 8 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार करके एक नाव में से 700 किलो ‘मेथामफेटामाइन’ नामक नशीला पदार्थ जब्त किया जिसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 2500 से 3500 करोड़ रुपए के बीच बताई गई।
उल्लेखनीय है कि गुजरात तट बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों की खेप लाने के लिए एक विशेष ‘एंट्री प्वाइंट’ के रूप में उभरा है तथा वर्ष 2024 में समुद्री मार्ग से नशा तस्करी के मामले में कुल 25 विदेशी गिरफ्तार किए गए जिनमें 11 ईरानी और 14 पाकिस्तानी नागरिक शामिल हैं जो सभी अभी जेल में हैं।
गुजरात में नशीले पदार्थों की बरामदगी की नवीनतम कड़ी में 12-13 अप्रैल, 2025 की दरम्यानी रात को भारतीय तट रक्षकों ने पोरबंदर से 190 किलोमीटर दूर समुद्र में एक ‘स्पीड बोट’ से 1800 करोड़ रुपए मूल्य के 300 किलो नशीले पदार्थ जब्त करने में सफलता प्राप्त की है। अपने कार्यों से विश्व के समक्ष नए आदर्श प्रस्तुत करने वाले महापुरुषों के राज्य गुजरात में इतनी बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों की बरामदगी से स्पष्टï है कि आज यह राज्य नशा तस्करों का स्वर्ग बनता जा रहा है जिससे इसकी बदनामी भी हो रही है। अत: कठोरतम कदम उठाकर इस बुराई को समाप्त करने की जरूरत है।—विजय कुमार