‘परीक्षाएं बनीं मजाक’ ‘छात्रों का भविष्य हो रहा अंधकारमय’

punjabkesari.in Tuesday, Mar 07, 2023 - 05:23 AM (IST)

परीक्षाओं में शिक्षा विभाग और पुलिस के प्रबंधों के बावजूद हो रही सामूहिक नकल और पेपर लीक के मामले जोरों पर हैं और विभिन्न राज्यों में नकल करवाने वाले गिरोह बन गए हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में यू.पी. बोर्ड की परीक्षा में नकल कराने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करके पुलिस ने 4 युवतियों तथा एक स्कूल प्रबंधक और प्रिंसीपल सहित 13 लोगों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से बड़ी गिनती में प्रवेश पत्र, आधार कार्ड आदि जब्त किए।

हरियाणा के विभिन्न जिलों में भी परीक्षाओं में एक निश्चित रकम के बदले नकल कराने वाले गिरोह सक्रिय हैं। नूह जिले में परीक्षाओं में शत-प्रतिशत सफलता दिलाने का दावा करने वाले अनेक गिरोहों का पता चला है जो छात्रों को परीक्षाओं में सफलता दिलाने के कांट्रैक्ट तक साइन करवा रहे हैं। सी.सी.टी.वी. कैमरों की पकड़ में आने से बचने के लिए इन गिरोहों के सदस्य अपने चेहरों पर मास्क लगाते हैं तथा आने-जाने के लिए बिना रजिस्ट्रेशन नम्बरों वाले मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल करतेे हैं।

परीक्षा केंद्रों में पर्चियां भिजवाने में माहिर इन लोगों ने विभिन्न कक्षाओं तथा विषयों की नकल कराने के लिए बाकायदा रेट तय कर रखे हैं। इसी बीच परीक्षाओं में नकल की कुप्रवृत्ति के दृष्टिगत भिवानी जिले के ‘कायला’ गांव की पंचायत ने सरपंच आरती देवी के नेतृत्व में अपने 8 सदस्यों की ड्यूटी गांव के परीक्षा केंद्र पर निगरानी के लिए लगाई है। पंचायत ने चेतावनी दी है कि किसी भी व्यक्ति को नकल करने में सहायता करता पाए जाने पर पंचायत उसे पकड़ कर अधिकारियों के हवाले कर देगी।

नकल के कारण जहां शिक्षा का स्तर गिरता है वहीं इसके कारण वास्तविक मेधावी छात्रों की अधिकार वंचना भी होती है। लिहाजा जहां परीक्षाओं के ढांचे में व्याप्त कमजोरियों को दूर करने की आवश्यकता है वहीं नकल करवाने में संलिप्त पाए जाने वाले गिरोहों तथा लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। -विजय कुमार


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