गरीबी दूर करने का झांसा देकर महिलाओं की इज्जत से खेल रहे चंद तांत्रिक

punjabkesari.in Wednesday, Feb 21, 2024 - 04:40 AM (IST)

स्वतंत्रता के 76 वर्ष बाद भी देश अंधविश्वासों, वहमों-भ्रमों और जादू-टोने से मुक्त नहीं हो पाया। तथाकथित तांत्रिक बाबा समस्याओं से मुक्ति, धन संकट दूर करने, नि:संतानों को संतान प्राप्ति आदि के लिए उपाय करने का झांसा देकर महिलाओं का यौन शोषण कर रहे हैं, जो हाल ही के निम्न उदाहरणों से स्पष्ट है : 

मध्यप्रदेश में रतलाम जिले के ‘आलोट’ नगर में एक व्यक्ति की गरीबी दूर करने और उसकी जमीन में गड़ा धन निकालने का लालच देकर उसके परिवार की 3 महिलाओं से बलात्कार करने के आरोप में बलवीर बैरागी (40) नामक तथाकथित तांत्रिक को गिरफ्तार किया गया है। तांत्रिक के झांसे में आ कर वह व्यक्ति उसे अपने घर ले आया। तांत्रिक ने घर के सब लोगों को गले में ताबीज बांधने के लिए दिए और कहा कि ताबीज बांधने के बाद घर में किसी पुरुष को नहीं रहना चाहिए, तभी जमीन में गड़ा धन निकाला जा सकेगा। 

तांत्रिक की शर्त के अनुसार परिवार के 2 पुरुष सदस्यों (पिता और पुत्र) को कुछ दिनों के लिए बाहर भेज देने के बाद तांत्रिक बलवीर बैरागी ने परिवार के मुखिया की पत्नी, उसकी पुत्री और रिश्ते की बहन को बारी-बारी से भोजन में कोई नशीली वस्तु खिला कर उनके साथ बलात्कार कर डाला। ऐसी ही एक अन्य घटना में गत वर्ष 21 दिसम्बर को सूरत (गुजरात) में तंत्र-मंत्र द्वारा 32 वर्षीया एक महिला को आॢथक तंगी तथा अन्य सब समस्याओं से मुक्ति दिलाने का झांसा देकर उससे बलात्कार करने के आरोप में अहमद नूर पठान (56) नामक एक तांत्रिक को गिरफ्तार किया गया। 

उक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि अंधविश्वासों का प्रभाव केवल अनपढ़ और अशिक्षित लोगों में ही नहीं, बल्कि पढ़े-लिखे लोगों में भी व्याप्त है और इसके लिए किसी सीमा तक महिलाएं स्वयं भी दोषी हैं, जो इन तथाकथित तांत्रिक बाबाओं की भाषण कला से प्रभावित होकर इनके झांसे में आ कर अपना सर्वस्व लुटा बैठती हैं। अत: जहां इस मामले में महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए वहीं ऐसे ढोंगियों को भी कठोरतम दंड देने की आवश्यकता है ताकि इस बुराई पर रोक लग सके।—विजय कुमार


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