लोक संस्कृति और प्राचीन परम्पराओं को संजोए रखना जरूरी: राहुल बैस्टा

punjabkesari.in Monday, Jul 08, 2019 - 04:15 PM (IST)

शिमला (चौपाल): हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी लोक गायक राहुल बैस्टा ने कहा कि हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है, जहां लोगों का जीवन देवी-देवताओं के इर्द-गिर्द घूमता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की संस्कृति एवं परम्पराएं समृद्ध हैं, जिन्हें संजोए रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कई ऐतिहासिक एवं धार्मिक पृष्ठभूमि  के अनेकों खूबसूरत व रमणीय स्थल हैं, जिन्हें भविष्य में पर्यटन गतिविधियों के लिए विकसित किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि आज की नई पीढ़ी अपनी हिमाचल कि संस्कृति को छोड़ कर ऐसे गाने सुन रही है- ‘डीजे वाले बाबू मेरा गाना तू बजा…’, ‘ये दुनिया, दुनिया पीतल दी, बेबी डालम सोने दी’, ‘आज ब्लू है पानी पानी…’। इन गानों को सुनना हास्यास्पद तो है ही, आश्चर्यजनक भी है कि सिनेमाई संस्कृति ने लोकसंस्कृति को किस हद तक नुकसान पहुंचाया है। राहुल बैस्टा ने कहा कि हमारी प्राचीन सभ्यता व संस्कृति अमूल्य धरोहर है। बदलते परिवेश में लोक संस्कृति को बचाए रखना बेहद जरूरी है। इसलिए लोक कला व संस्कृति के संरक्षण को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार प्राचीन संस्कृति को बचाने तथा बढ़ावा देने का बेहतर प्रयास शुरू करे। और युवा पीढ़ी को बस सही दिशा दिखाने की जरूरत है। 

राहुल बैस्टा ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य हमेशा हिमाचल लोक संस्कृति को बढ़ावा देना होता है। राहुल बैस्टा ने कहा कि पहाड़ में रहने वाले हर एक व्यक्ति को अपनी पहाड़ी संस्कृति को बढ़ावा देने में योगदान देना चाहिए तथा अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाना चाहिए। वह हमेशा सोशल मीडिया, फेसबुक, व्हाट्सएप, के जरिए लोगों को अपनी हिमाचल संस्कृति को बढ़ावा देने और संजोए रखने की मांग करते है।


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vasudha

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