अलगाववादी अटवाल का लेकर गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के बीच ठनी

punjabkesari.in Thursday, Feb 22, 2018 - 07:05 PM (IST)

नई दिल्ली (रंजीत कुमार): खालिस्तानी अलगाववादी जसपाल अटवाल को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां एक ओर विदेश मंत्रालय ने ट्रूडो के भोज में अटवाल को दिए निमंत्रण का विरोध किया तो वहीं गृह मंत्रालय के अनुसार सिख उग्रवादियों की कालीसूची में अटवाल का नाम शामिल ही नहीं है। शुक्रवार को भारत और कनाडा के विदेश मंत्रियों की सामरिक वार्ता में भी खालिस्तान समर्थकों का मुद्दा उठा। 

कनाडा ने दिया खालिस्तान गतिविधियों पर अंकुश का भरोसा
खालिस्तानी आतंकवादी को डिनर में आमंत्रित करने से पैदा विवाद के बीच कनाडा की विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिन भर आपसी रिश्तों के हर पहलू पर बातचीत की। समझा जाता है कि कनाडा की विदेश मंत्री ने भरोसा दिया कि कनाडा में भारत विरोधी गतिविधि को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा। दोनों देशों के बीच सौहार्द्पूर्ण रिश्तों के मद्देनजर कनाडा सरकार से आग्रह किया गया कि खालिस्तान समर्थकों की गतिविधयों पर अंकुश लगाएं।

कनाडा ने अपनी भूल को किया स्वीकार
प्रधानमंत्रियों की बैठक के पहले और विदेश मंत्री स्तर की सामरिक वार्ता के दौरान खालिस्तानी आतंकवादी अतवाल का डिनर निमंत्रण रद्द कर कनाडा ने इस तरह अपनी भूल स्वीकार कर माहौल को सौहार्दपूर्ण बनाने की कोशिश की। दूसरी ओर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि कनाडा में उच्चायोग से इस बारे में पूरी जानकारी ली जा रही है।

गृह मंत्रालय की कालीसूची में नहीं अटवाल का नाम
वहीं अटवाल का नाम अब गृह मंत्रालय की सिख उग्रवादियों की कालीसूची में नहीं है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार खुफिया जानकारी और संबंधित शख्स की गतिविधियों का संज्ञान लेने के बाद समय-समय पर सिख आतंकियों की कालीसूची की समीक्षा करती है।  अधिकारी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में करीब 150 ऐसे लोगों के नाम काली सूची से हटाये गये हैं जो वांछित आतंकी थे या उनके साथी थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा काली सूची में अटवाल का नाम अब नहीं है। 
 


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