आसियान सम्मेलनः मोदी के भाषण की अहम बातें जो जीत गईं दिल

punjabkesari.in Tuesday, Nov 14, 2017 - 01:54 PM (IST)

मनीलाः फिलीपींस की राजधानी मनीला में आसियान शिखर सम्मेलन दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  सोमवार को भारतीय कम्युनिटी को संबोधित करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां  गिनाईं । उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कैसे लड़ी जा रही है? उन्होंने कहा- " 2014 के पहले खबरें आती थीं, कितना पैसा गया। अब लोग पूछते हैं मोदी जी कितना आया। हमारे देश में कोई कमी नहीं है।  आइए जानते है सम्मेलन में मोदी  के भाषण की अहम बातें जो दिल जीत गईं। 
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मोदी ने भारतीय कम्युनिटी को संबोधित करते हुए कहा- "नमस्ते, अगर आपसे बिना मिले जाता तो ये मेरे लिए अजीब होता। आप लोग काम के दिन भी अलग-अलग जगहों से यहां आए। भारत के प्रति आपके लगाव के चलते ही हम सब आज यहां जमा हुए हैं। मैं सबसे पहले जहां भी जाता हूं भारतीयों से जरूर मिलता हूं। आज आपने जो अनुशासन दिखाया, उसके लिए बधाई। मेरे लिए ये बड़ा मौका है।"

 नरेंद्र मोदी ने कहा- " फिलीपींस पहली बार आया हूं, लेकिन भारत के लिए ये देश बहुत अहम है। जब से प्रधानमंत्री बना हूं, हमने एक्ट ईस्ट पॉलिसी पर बल दिया है, क्योंकि हमें इन देशों के साथ अपनापन महसूस होता है। कुछ विरासतों के कारण एक इमोशनल बॉन्डिंग हमारे बीच है।"  "बहुत कम देश होंगे कि जिन्हें रामायण और बुद्ध के प्रति श्रद्धा न हो। ये अपने आप में एक विरासत है। ये काम भारतीय समुदाय बखूबी कर सकता है। जो काम एम्बेसी करती है, वहीं काम एक आम भारतीय कर सकता है।"

नरेंद्र मोदी ने कहा भारतीय होना गौरव की बात है। भारतीय हर देश में फैले हैं और देश-विदेश घूमने का शौक रखते हैं। हम जहां गए, जिससे मिले उसे अपना बना लिया। अपनापन बचाकर दूसरे को अपना बनाना एक दृढ़ निश्चय का परिचय कराता है। आप कितने सालों से बाहर रहे होंगे। भाषा से भी नाता टूट गया होगा, लेकिन जब भी भारत में कुछ बुरा होता है आपको नींद नहीं आती है और अच्छाई पर भी फूले नहीं समाते हैं।"
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प्रधानमंत्री ने कहा "हम देश को उस स्तर पर ले जाएं, जिससे दुनिया की बराबरी कर सकें। एक बार इस लेवल पर आ गए तो कोई देश हमें आगे बढ़ने से नहीं रोक पाएगा। एक बार कठिनाइयों को पार कर लिया तो भारतीयों के दिल, दिमाग और भुजाओं में वो बल है कि उसे कोई रोक नहीं सकता है।  इतिहास में कोई ऐसी घटना सामने नहीं आई कि हमने किसी देश का बुरा किया हो।"

 प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- "मैं दुनिया के नेताओं को बताता हूं कि पहले और दूसरे विश्व युद्ध में हमारे देश के डेढ़ लाख जवानों ने शांति के लिए शहादत मोल ली थी। हमें किसी की जमीन नहीं चाहिए थी। हम लोग देने वाले लोग है, लेने वाले नहीं और छीनने वाले तो कतई नहीं। आज दुनिया में कहीं भी अशांति पैदा होती है तो यूएन की पीस कीपिंग फोर्स वहां जाती है। इसमें सबसे ज्यादा हिन्दुस्तान के जवान होते हैं।"

 मोदी ने कहा " भारत बुद्ध और गांधी की धरती। हम वो लोग हैं, जिन्होंने शांति को जिया है, उसे पचाया है और बढ़ाया है। इसीलिए तो हमारे पूर्वजों ने वसुधैव कुटुम्बकम की बात कही है। दुनिया उसी देश को मानती है, जिसका वर्तमान पराक्रमी हो। भले ही भविष्य कितना भी उज्ज्वल क्यों न रहा हो। 21वीं सदी एशिया की है, मुझे लगता है कि यह संभव है।"
 

उन्होंने ने कहा  "पिछले दिनों भारत से सकारात्मक खबरें आती रही हैं। हर बार फैसले देश हित और विकास को ध्यान में रखते हुए लिए जा रहे हैं। हमने प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत की। मनीला में बैंकिंग कैसी है, सबको पता है। मैंने कहा कि हर भारतीय को बैंक में एंट्री का हक मिलना चाहिए। उसे बैंक के बाहर गार्ड देखकर डर लगता था। आज जनधन अकाउंट्स में 67 हजार करोड़ रुपए जमा हैं। पहले वे गेहूं या घर के किसी कोने में पैसे छिपा कर रखते थे।" 


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