विदेश में भी मैडीकल की पढ़ाई के लिए नीट जरूरी

punjabkesari.in Saturday, May 27, 2017 - 11:31 AM (IST)

नई दिल्ली : चीन, रूस या किसी भी अन्य देश से मैडीकल की डिग्री लेने के लिए भी नीट पास करना अनिवार्य हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है। चीन और रूस से बड़ी तादात में खराब गुणवत्ता के डॉक्टरों के आने से चिंतित सरकार ने यह कदम उठाने की तैयारी कर ली है। संभावना है कि अगले शैक्षणिक सत्र से इसे अनिवार्य किया जा सकता है। अभी देश में किसी भी मैडीकल कॉलेज में एम.बी.बी.एस. कोर्स में प्रवेश के लिए एकल मैडीकल प्रवेश परीक्षा (नीट) पास करना अनिवार्य है लेकिन जो छात्र चीन और रूस या किसी अन्य देश में एम.बी.बी.एस. या इसके समकक्ष डिग्री की पढ़ाई के लिए जा रहे हैं उनके लिए ऐसी कोई बाध्यता नहीं है।

उन्हें भौतिक, रसायन और जीव विज्ञान में 50 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण होना होता है और भारतीय चिकित्सा परिषद (एम.सी.आई.) से एन.ओ.सी. लेनी होती है लेकिन अब सरकार इसमें सख्ती करने जा रही है। एम.सी.आई. उन्हीं छात्रों को अनापत्ति प्रमाण पत्र देगी जिन्होंने नीट परीक्षा उत्तीर्ण की है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विदेशों से मैडीकल की डिग्री लेकर लौटने वाले छात्रों को एक स्क्रीनिंग टैस्ट पास करना होता है। इसमें 70-75 फीसदी छात्र फेल हो जाते हैं। 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं पास छात्र को विदेशों में संचालित मैडीकल कोर्स में प्रवेश मिल जाता है लेकिन वे पढ़ाई ठीक से नहीं कर पाते है। इसलिए नीट की बाध्यता से छात्रों की शुरूआती स्तर पर ही स्क्रीनिंग हो सकेगी।
 


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