पंचपर्व दीपावली की शुरुआत, धनतेरस पर सजे बाजार

punjabkesari.in Wednesday, Oct 18, 2017 - 07:57 AM (IST)

जालंधर (शीतल जोशी): दीपावली भारतीय संस्कृति के प्रमुख पर्वों में से एक महान ऐतिहासिक पर्व है जिसे पंचपर्व दीपावली के रूप में भारत देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। दीपावली की तैयारियां धन त्रयोदशी से बड़े जोर-शोर से शुरू हो जाती हैं। इसके बाद नरक चतुर्दशी यानी छोटी दीवाली, दीपावली, गोवर्धन पूजा एवं भैय्या दूज यानी यम द्वितीया मनाई जाती है।


धन तेरस से शुरु होते हैं दीपक जलने 
दीपावली के त्यौहार की तैयारियां चाहे महीना पहले ही शुरु हो जाती हैं तथा दुकानदार एवं व्यापारी दीवाली से संबंधित सामान मंगवाने लगते हैं परंतु बाजारों की असली रौनक कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी यानी धन तेरस से ही शुरु होती है। इस दिन से ही दीपक जलाने की परम्परा शुरू होती है तथा कुबेर जी के पूजन के लिए इस दिन से ही दीवाली की असली खरीददारी शुरू होती है। 


बाजारों में जमकर हुई खरीददारी  
खरीददारी करने के उत्सव पर कल बाजारों में जमकर खरीददारी हुई। लोगों ने श्री गणेश लक्ष्मी की प्रतिमाएं, सोने-चांदी के आभूषणों के साथ ही चांदी, तांबे एवं पीतल के बर्तन, इलैक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की खरीददारी की। इस शुभ दिन को और खास बनाने के लिए जिन लोगों ने पहले से ही दोपहिया वाहनों और कारों की बुकिंग करवा रखी थी, उन्होंने भी आज अपने वाहनों की डिलीवरी ली। इसके साथ ही घर के मुख्य द्वार पर प्रदोषकाल में यमराज को धूप, दीप एवं नेवैद्य अर्पित करते हुए प्रार्थना कर सबके मंगल की कामना की। 
 


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