सोने में हुई जबरदस्त बढ़ौतरी, 521 टन हुआ इम्पोर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Jul 11, 2017 - 02:26 PM (IST)

नई दिल्ली: 2017 की पहली छमाही में देश में सोने के आयात में जबरदस्त बढ़ौतरी हुई है। जी.एफ.एम.एस. थॉमसन रायटर्स के ताजा आंकड़ों की मानें तो भारत में वित्त वर्ष 2016-17 की पहली छमाही में इम्पोर्ट किया गया गोल्ड साल 2016 के पूरे आयात से अधिक हो चुका है। आंकड़ों के अनुसार भारत ने 2016 में 510 टन गोल्ड का इम्पोर्ट किया था जबकि 2017 में जनवरी-जून की अवधि में गोल्ड इम्पोर्ट 521 टन पहुंच गया है।

वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार साल 2016 में 23 अरब डॉलर का गोल्ड इम्पोर्ट किया गया था और इस साल की पहली छमाही में जून तक यह 22.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। गोल्ड इंडस्ट्री के अनुमानों के अनुसार इस साल गोल्ड का इम्पोर्ट 900 टन को पार कर सकता है जबकि पिछले 5 साल में गोल्ड का औसतन इम्पोर्ट 709 टन था। अनुमान है कि 2017 में गोल्ड इम्पोर्ट की कीमत 40 अरब डॉलर के पार पहुंच जाएगी।
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इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का मानना है कि गोल्ड की कीमतों में नरमी, नोटबंदी के बाद घटी लिक्विडिटी, गोल्ड पर 3 प्रतिशत जी.एस.टी., किसानों की कर्ज माफी, अच्छे मॉनसून के कारण ग्रामीण इलाकों में खपत बढ़ी है। इसके अलावा सैंट्रल गवर्नमैंट इम्प्लाइज के भत्तों में हुई बढ़ौतरी से भी आने वाले महीनों में गोल्ड की डिमांड को मजूबती मिलेगी। सोने के अतिरिक्त 2017 की छमाही में चांदी का आयात भी 3,050 टन रहा जो पूरे 2016 में 3,546 टन था। सरकार के नवम्बर 2016 में 500 और 1,000 के नोटों को बंद करने की घोषणा के बाद सोने की मांग बढ़ी है जबकि कीमतें कम होने के कारण भी इसकी डिमांड बढ़ी है।
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1 जुलाई को जी.एस.टी. लागू होने से पहले लोगों ने जमकर सोने की खरीदारी की। जी.एस.टी. लागू होने के बाद सोने की कीमतों में बढ़ौतरी होने के कारण लोगों ने बड़ी मात्रा में सोना खरीदा। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के सचिव सुरेंद्र मेहता ने कहा कि 3 प्रतिशत जी.एस.टी. के बाद भी सोने की मांग अच्छी रहेगी। अगले 6 महीनों में सोने का आयात 400-500 टन हो सकता है। वल्र्ड गोल्ड काऊंसिल का कहना है कि जौहरी और कारीगरों को नए जी.एस.टी. मानदंडों में समायोजित करने में थोड़ा समय लग सकता है। 
 


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