शरद का दर्द: नहीं कोई सुनवाई

punjabkesari.in Sunday, Jul 23, 2017 - 08:46 PM (IST)

नई दिल्ली: नीतीश कुमार के व्यवहार से आहत जद (यू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मिले। सूत्र बताते हैं कि भावविह्वल हो आए शरद ने अपने मन का दर्द सोनिया के समक्ष व्यक्त किया। शरद का दर्द है कि पार्टी में न अब उनकी कोई सुनवाई है, न पूछ, न ही कोई उनसे सलाह-मशविरा ही किया जाता है। सोनिया को शरद ने बताया कि जब वह वर्ष 1974 में अपना पहला चुनाव जीते थे, तब नीतीश दूर-दूर तक कहीं राजनीति में भी नहीं थे। शरद का यह भी कहना था कि समाजवाद केन्द्रित राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है, पर आज वक्त बदल गया है और समाजवाद के मायने भी।PunjabKesari

सूत्र बताते हैं कि शरद के दर्द में शरीक होते हुए सोनिया ने उन्हें प्रस्ताव दिया कि वह कांग्रेस ज्वॉइन कर लें और कांग्रेस उन्हें राज्यसभा में लेकर आएगी। कहते हैं शरद ने इस प्रस्ताव पर तहेदिल से सोनिया का शुक्रिया अदा किया, पर साथ ही अपनी मजबूरी भी गिना दी कि उन्होंने ताउम्र कांग्रेस विरोध की राजनीति की है, सो उम्र के इस पड़ाव में उनके लिए कांग्रेसी हो जाना आसान नहीं होगा। सो, फिलवक्त वह अपनी राजनीति ‘एकला चलो’ की तर्ज पर ही करना चाहेंगे, कल की कल देखी जाएगी। मिर्च-मसाला(त्रिदीब रमण)


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