लोगों के बीच आपसी संबंध है भारत-बांग्लादेश के मधुर संबंधों का राज : सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा
punjabkesari.in Wednesday, Dec 07, 2022 - 09:57 AM (IST)
कोलकाता, छह दिसंबर (भाषा) भारतीय सेना की पूर्वी कमान ने मंगलवार को कहा कि भारत बांग्लादेश का सिर्फ इतिहास और संस्कृति एक समान नहीं है, बल्कि दोनों के बीच का मधुर संबंध लोगों के बीच आपसी संबंधों और परस्पर सम्मान की मजबूत नींव पर टिका है।
पूर्वी कमान के मेजर जनरल जनरल सर्विस (एमजीजीएस) मेजर जनरल डी. एस. कुशवाहा ने यह भी कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने ‘पड़ोसी पहले’ की नीति के तहत भारत-बांग्लदेश के संबंधों को नया अर्थ दिया है।
बांग्लादेश मुक्ति संग्राम, 1971 की वर्षगांठ से ठीक पहले कुशवाहा ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों की नयी उपलब्धियों में भूमि-समुद्री सीमा तय करने को लेकर समझौता, संपर्क बेहतर होना, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और व्यापार-वाणिज्य में बढ़ोतरी शामिल हैं।
कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त अंदालिब इलियास ने ‘बिजॉय माश-ऐर सुवेच्छा’ (विजय मास की बधाई) देते हुए कहा कि ‘‘दोनों देशों के बीच गहरी मित्रता है।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पूर्वी कमान के मेजर जनरल जनरल सर्विस (एमजीजीएस) मेजर जनरल डी. एस. कुशवाहा ने यह भी कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने ‘पड़ोसी पहले’ की नीति के तहत भारत-बांग्लदेश के संबंधों को नया अर्थ दिया है।
बांग्लादेश मुक्ति संग्राम, 1971 की वर्षगांठ से ठीक पहले कुशवाहा ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों की नयी उपलब्धियों में भूमि-समुद्री सीमा तय करने को लेकर समझौता, संपर्क बेहतर होना, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और व्यापार-वाणिज्य में बढ़ोतरी शामिल हैं।
कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त अंदालिब इलियास ने ‘बिजॉय माश-ऐर सुवेच्छा’ (विजय मास की बधाई) देते हुए कहा कि ‘‘दोनों देशों के बीच गहरी मित्रता है।’’
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