राष्ट्रपति चुनाव : विपक्ष की बैठक में शामिल हो सकते हैं टीएमसी के अभिषेक बनर्जी
punjabkesari.in Monday, Jun 20, 2022 - 12:51 PM (IST)
कोलकाता, 20 जून (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने सोमवार को बताया कि उसके राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार द्वारा 21 जून को बुलायी विपक्ष की बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पूर्व में निर्धारित कार्यक्रमों के कारण बैठक में भाग लेने की संभावना नहीं है।
टीएमसी पदाधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने अभिषेक बनर्जी से बैठक में भाग लेने के लिए कहा है। वह 15 जून को विपक्ष की पिछली बैठक में भी ममता बनर्जी के साथ मौजूद थे।’’
आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रणनीति बनाने के वास्ते दिल्ली में बनर्जी द्वारा जून में बुलायी बैठक में यह फैसला किया गया कि ‘‘देश के लोकतांत्रिक मूल्य बरकरार रखने वाले’’ उम्मीदवार को विपक्ष के प्रत्याशी के तौर पर चुना जाएगा। बैठक में 17 दलों ने भाग लिया था।
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वाम दलों के नेता इस बैठक में शरीक हुए, जबकि आम आदमी पार्टी (आप), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), शिरोमणि अकाली दल (शिअद), एआईएमआईएम और बीजू जनता दल (बीजद) ने इससे दूरी बनाए रखना मुनासिब समझा।
शिवसेना, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भाकपा-माले, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), जनता दल (सेक्यूलर), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, राष्ट्रीय लोकदल और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता भी बैठक में शरीक हुए।
मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और उनके उत्तराधिकारी के लिए 18 जुलाई को चुनाव होना है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पूर्व में निर्धारित कार्यक्रमों के कारण बैठक में भाग लेने की संभावना नहीं है।
टीएमसी पदाधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने अभिषेक बनर्जी से बैठक में भाग लेने के लिए कहा है। वह 15 जून को विपक्ष की पिछली बैठक में भी ममता बनर्जी के साथ मौजूद थे।’’
आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रणनीति बनाने के वास्ते दिल्ली में बनर्जी द्वारा जून में बुलायी बैठक में यह फैसला किया गया कि ‘‘देश के लोकतांत्रिक मूल्य बरकरार रखने वाले’’ उम्मीदवार को विपक्ष के प्रत्याशी के तौर पर चुना जाएगा। बैठक में 17 दलों ने भाग लिया था।
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वाम दलों के नेता इस बैठक में शरीक हुए, जबकि आम आदमी पार्टी (आप), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), शिरोमणि अकाली दल (शिअद), एआईएमआईएम और बीजू जनता दल (बीजद) ने इससे दूरी बनाए रखना मुनासिब समझा।
शिवसेना, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भाकपा-माले, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), जनता दल (सेक्यूलर), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, राष्ट्रीय लोकदल और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता भी बैठक में शरीक हुए।
मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और उनके उत्तराधिकारी के लिए 18 जुलाई को चुनाव होना है।
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