भाजपा विरोधी मोर्चे का नेतृत्व करने का ममता का सपना अधूरा रहेगा : भाजपा

punjabkesari.in Wednesday, Jun 15, 2022 - 09:18 PM (IST)

कोलकाता, 15 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर विपक्षी दलों को एकजुट करने के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रयासों का बुधवार को मजाक उड़ाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो खाली हाथ लौटेंगी।

भाजपा ने कहा कि ममता बनर्जी का भाजपा विरोधी मोर्चे का नेतृत्व करने का सपना अधूरा ही रहेगा।

ममता बनर्जी के नेतृत्व में नयी दिल्ली में हुई एक बैठक में कई विपक्षी दलों के नेताओं ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार से राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार बनने का आग्रह किया। लेकिन, शरद पवार ने एक बार फिर से इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।

विपक्षी दलों की दो घंटे से अधिक चली इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वाम दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। जबकि आम आदमी पार्टी (आप), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और बीजू जनता दल (बीजद) ने इससे दूरी बनाए रखना मुनासिब समझा।

शिवसेना, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भाकपा-एमएल, नेशनल कांफ्रेंस(नेकां), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडपी) जद(से), आरएसपी, आईयूएएमएल, राष्ट्रीय लोकदल और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता भी बैठक में शरीक हुए।

टीएमसी सुप्रीमो ने राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार के खिलाफ एक संयुक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारने पर आम सहमति बनाने का आह्वान किया है।

राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया आज बुधवार से ही प्रारंभ हुई है।

पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि भाजपा द्वारा चुना गया उम्मीदवार राष्ट्रपति चुनाव जीतेगा। विपक्षी एकता का यह नाटक विफल हो जाएगा। ममता बनर्जी ने यह बैठक इसलिए बुलाई थी क्योंकि वह विपक्षी एकता का केंद्र बनकर उसका नेतृत्व करना चाहती हैं।’’
भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा ने दावा किया कि विपक्षी दलों की इस बैठक का उद्देश्य हासिल नहीं हुआ।

उन्होंने कहा, ‘‘कई दलों ने बैठक में भाग नहीं लिया। तृणमूल कांग्रेस ने विपक्षी मोर्चे का नेता बनने के बनर्जी के लंबे समय से पोषित सपने को पूरा करने के लिए एक निरर्थक कवायद की।’’
टीएमसी ने हालांकि इस बैठक को सही दिशा में एक ‘‘सकारात्मक प्रयास’’ के रूप में सराहा है।

टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, ‘‘यह तो शुरुआत है। आज कई दलों ने बैठक में भाग लिया, कुछ ने नहीं लिया। कौन कह सकता है कि आज अनुपस्थित लोग अगली बैठक में उपस्थित नहीं हो सकते हैं? भाजपा विपक्षी एकता के इस प्रदर्शन से काफी परेशान है।’’


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