ग्रामीण भारत में श्रम भागीदारी दर अधिक: सीएमआईई

punjabkesari.in Thursday, May 26, 2022 - 07:20 PM (IST)

कोलकाता, 26 मई (भाषा) आर्थिक शोध संस्थान सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) का अनुमान है कि जनवरी से अप्रैल, 2022 के दौरान ग्रामीण भारत में श्रम भागीदारी दर (एलपीआर) अधिक थी।

कामकाजी उम्र की आबादी के अनुपात में कार्यरत श्रमबल के व्यक्तियों की संख्या को एलपीआर कहते हैं। यह दर जनवरी से अप्रैल 2022 के दौरान शहरी भारत में 37.4 की तुलना में ग्रामीण भारत में 40.9 थी।

सीएमआईई के अनुसार, शहरी पुरुषों में एलपीआर का प्रतिशत 64.2 प्रतिशत है, जबकि शहरी महिलाओं में यह 6.7 प्रतिशत था।

समीक्षाधीन अवधि के दौरान भारत में बेरोजगारी दर 7.43 प्रतिशत थी। शहरी भारत में यह आंकड़ा 7.8 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में 7.2 प्रतिशत था।

सीएमआईई ने कहा कि एक ऐसा समाज, जहां वयस्क आबादी का एक बड़ा हिस्सा श्रमबल में शामिल होता है और उसे अधिक लाभप्रद काम मिलता है, तो समाज आर्थिक रूप से अधिक मजबूत होता है।

ऐसा समाज परिवारों को जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए अधिक खर्च करने के लिए प्रेरित करता है, और इस प्रक्रिया में वह आर्थिक वृद्धि और अधिक रोजगार को बढ़ावा देता है।

सीएमआईई के अनुसार, राज्यों में मेघालय में एलपीआर सबसे ज्यादा 60.1 प्रतिशत है। इसके बाद त्रिपुरा में 52.5 फीसदी और उत्तराखंड में सबसे कम 30.9 प्रतिशत है।



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PTI News Agency

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