सीबीआई पूछताछ के लिए कोलकाता आए अणुब्रत मंडल 45 दिन बाद घर लौटे
punjabkesari.in Friday, May 20, 2022 - 10:14 PM (IST)
कोलकाता, 20 मई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता अणुब्रत मंडल पशु तस्करी के एक मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई के सामने पेश होने के लिए कोलकाता में लगभग 45 दिन के प्रवास के बाद शुक्रवार को बीरभूम जिले में स्थित अपने घर लौट गए। कोलकाता में रहने के दौरान उन्हें हालांकि सीने में दर्द की वजह से काफी समय अस्पताल में बिताना पड़ा।
जैसे ही मंडल का काफिला बोलपुर में दाखिल हुआ, जहां उनका निवास है, बड़ी संख्या में टीएमसी समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया और उन्हें जननेता बताया।
टीएमसी के बीरभूम जिलाध्यक्ष ने कहा, “मैं ठीक नहीं हूं। मैं आपके बिना शर्त समर्थन के लिए आपका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मैं आपसे लोगों के लिए काम करना जारी रखने का अनुरोध करता हूं। हमें हमेशा लोगों के साथ खड़े रहना चाहिए।”
मंडल पांच अप्रैल को कोलकाता पहुंचे थे। उन्हें अगले दिन (छह अप्रैल) मवेशी तस्करी के मामले में सीबीआई के सामने पेश होना था लेकिन जांच एजेंसी के सामने पेश होने के बजाय, उन्हें “सीने में दर्द” की शिकायत के बाद एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वह पश्चिम बंगाल में एक मवेशी तस्करी मामले में पूछताछ के लिए 19 मई को सीबीआई के समक्ष पेश हुए थे।
हालांकि, दोबारा सीने में दर्द की शिकायत के बाद जांच एजेंसी को मंडल से पूछताछ की अवधि कम करनी पड़ी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
जैसे ही मंडल का काफिला बोलपुर में दाखिल हुआ, जहां उनका निवास है, बड़ी संख्या में टीएमसी समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया और उन्हें जननेता बताया।
टीएमसी के बीरभूम जिलाध्यक्ष ने कहा, “मैं ठीक नहीं हूं। मैं आपके बिना शर्त समर्थन के लिए आपका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मैं आपसे लोगों के लिए काम करना जारी रखने का अनुरोध करता हूं। हमें हमेशा लोगों के साथ खड़े रहना चाहिए।”
मंडल पांच अप्रैल को कोलकाता पहुंचे थे। उन्हें अगले दिन (छह अप्रैल) मवेशी तस्करी के मामले में सीबीआई के सामने पेश होना था लेकिन जांच एजेंसी के सामने पेश होने के बजाय, उन्हें “सीने में दर्द” की शिकायत के बाद एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वह पश्चिम बंगाल में एक मवेशी तस्करी मामले में पूछताछ के लिए 19 मई को सीबीआई के समक्ष पेश हुए थे।
हालांकि, दोबारा सीने में दर्द की शिकायत के बाद जांच एजेंसी को मंडल से पूछताछ की अवधि कम करनी पड़ी।
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