केंद्र के इंकार के बाद नेताजी पर आधारित झांकी कोलकाता में गणतंत्र दिवस समारोह में प्रदर्शित की जाएगी
Wednesday, Jan 19, 2022 - 08:46 AM (IST)
कोलकाता, 18 जनवरी (भाषा) केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड के दौरान पश्चिम बंगाल की झांकी को अस्वीकार करने पर उठे विवाद के बीच राज्य सरकार ने कोलकाता में गणतंत्र दिवस समारोह में नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर आधारित झांकी प्रदर्शित करने का फैसला किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह शुरू होने से पहले 26 जनवरी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रेड रोड पर नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी।
उन्होंने कहा, '''' रेड रोड पर गणतंत्र दिवस परेड के आयोजन के दौरान हम नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर उन पर आधारित एक झांकी पेश करेंगे। हमने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।''''
इससे पहले दिन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर सूचित किया कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) की झांकी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 125वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देने से संबंधित है।
सिंह ने अपने पत्र में संकेत दिया कि क्योंकि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की झांकी में पहले से ही बोस को दिखाया गया है इसलिए पश्चिम बंगाल की झांकी को परेड के लिए शामिल नहीं किया गया।
सिंह ने कहा, “हमारी सरकार ने 1943 में निर्वासन में बनी नेताजी की सरकार की 75वीं वर्षगांठ 2018 में बड़ी धूमधाम से मनाई थी। यह हमारी सरकार थी, जिसने गणतंत्र दिवस परेड में आजाद हिंद फौज के जीवित सैनिकों को शामिल किया और उनका अभिनंदन किया।”
उल्लेखनीय है कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में, बनर्जी ने बोस और उनकी आजाद हिंद फौज पर आधारित राज्य की झांकी को अस्वीकार करने पर “आश्चर्य” व्यक्त किया था। झांकी में रवींद्रनाथ टैगोर, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, स्वामी विवेकानंद और श्री अरबिंदो जैसे अन्य बंगाली नायक भी शामिल थे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह शुरू होने से पहले 26 जनवरी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रेड रोड पर नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी।
उन्होंने कहा, '''' रेड रोड पर गणतंत्र दिवस परेड के आयोजन के दौरान हम नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर उन पर आधारित एक झांकी पेश करेंगे। हमने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।''''
इससे पहले दिन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर सूचित किया कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) की झांकी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 125वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देने से संबंधित है।
सिंह ने अपने पत्र में संकेत दिया कि क्योंकि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की झांकी में पहले से ही बोस को दिखाया गया है इसलिए पश्चिम बंगाल की झांकी को परेड के लिए शामिल नहीं किया गया।
सिंह ने कहा, “हमारी सरकार ने 1943 में निर्वासन में बनी नेताजी की सरकार की 75वीं वर्षगांठ 2018 में बड़ी धूमधाम से मनाई थी। यह हमारी सरकार थी, जिसने गणतंत्र दिवस परेड में आजाद हिंद फौज के जीवित सैनिकों को शामिल किया और उनका अभिनंदन किया।”
उल्लेखनीय है कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में, बनर्जी ने बोस और उनकी आजाद हिंद फौज पर आधारित राज्य की झांकी को अस्वीकार करने पर “आश्चर्य” व्यक्त किया था। झांकी में रवींद्रनाथ टैगोर, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, स्वामी विवेकानंद और श्री अरबिंदो जैसे अन्य बंगाली नायक भी शामिल थे।
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