पूर्व, दक्षिण पूर्व रेलवे में ‘रेल रोको’ प्रदर्शन का बड़ा असर नहीं
punjabkesari.in Tuesday, Oct 19, 2021 - 09:21 AM (IST)
कोलकाता, 18 अक्टूबर (भाषा) वामपंथी दलों के प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को कुछ रेलवे स्टेशनों पर ‘रेल रोको’ प्रदर्शन किया जो लखीमपुर खीरी हिंसा में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के कथित तौर पर संलिप्तता के लिए उनकी बर्खास्तगी एवं गिरफ्तारी की मांग को लेकर किसान संगठनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी आंदोलन का हिस्सा था।
पूर्व रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि 100 से अधिक प्रदर्शनकारी हावड़ा-वर्द्धमान सेक्शन के शक्तिगढ़ रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और एक घंटे से अधिक समय के लिए रेलगाड़ियों की आवाजाही बाधित कर दी।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदर्शन सुबह दस बजकर 10 मिनट से सवा 11 बजे तक हुआ। रेलवे की संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ।’’
प्रवक्ता ने कहा कि आंदोलन के कारण कुछ रेलगाड़ियां विलंब से चलीं।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने देश भर में छह घंटे के लिए ‘रेल रोको’ का आह्वान किया था। हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी।
दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि झारखंड के रांची के टाटीसिलवई और चक्रधरपुर के रॉक्सी में प्रदर्शनकारियों ने बैनर एवं पोस्टर लेकर नारेबाजी की।
उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल, रेलगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित नहीं हुई।’’
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में एसईआर के संचालन पर आंदोलन का प्रभाव नहीं पड़ा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पूर्व रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि 100 से अधिक प्रदर्शनकारी हावड़ा-वर्द्धमान सेक्शन के शक्तिगढ़ रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और एक घंटे से अधिक समय के लिए रेलगाड़ियों की आवाजाही बाधित कर दी।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदर्शन सुबह दस बजकर 10 मिनट से सवा 11 बजे तक हुआ। रेलवे की संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ।’’
प्रवक्ता ने कहा कि आंदोलन के कारण कुछ रेलगाड़ियां विलंब से चलीं।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने देश भर में छह घंटे के लिए ‘रेल रोको’ का आह्वान किया था। हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी।
दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि झारखंड के रांची के टाटीसिलवई और चक्रधरपुर के रॉक्सी में प्रदर्शनकारियों ने बैनर एवं पोस्टर लेकर नारेबाजी की।
उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल, रेलगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित नहीं हुई।’’
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में एसईआर के संचालन पर आंदोलन का प्रभाव नहीं पड़ा।
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