बेहाला पश्चिम सीट पर तृणमूल के ''''घोरेर छेले'''' और भाजपा की अभिनेत्री उम्मीदवार के बीच कड़ी टक्कर
Saturday, Apr 10, 2021 - 12:36 PM (IST)
कोलकाता, नौ अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल की बेहाला पश्चिम सीट पर इस बार तृणमूल कांग्रेस के ''''घोरेर छेले'''' (परिवार का बेटा) पार्थ चटर्जी और भाजपा की उम्मीदवार एवं बांग्ला फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री श्रावंती चटर्जी के बीच कड़ी टक्कर होने जा रही है।
वहीं, वाम मोर्चे की तरफ से पूर्व पार्षद निहार भक्त भी चुनावी मैदान में हैं।
इस सीट पर चौथे चरण में शनिवार को मतदान होगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी बेहाला पश्चिम सीट से चार बार विधायक रहे हैं।
एक तरफ जहां तृणमूल को अपने कद्दावर नेता पार्थ चटर्जी के पांचवी बार इस सीट पर कब्जा जमाने की पूरी उम्मीद है, वहीं भाजपा को आस है कि युवा मतदाताओं को अपने पाले में करके राजनीति में शुरुआती कदम रखने वाली श्रावंती इस सीट पर कमल खिलाने में कामयाब रहेंगी।
दक्षिण 24 परगना जिले में आने वाली बेहाला पश्चिम सीट के विकास में योगदान देने वाले पार्थ चटर्जी की स्थानीय स्तर पर पहचान '''' पार्थ दा'''' (बड़ा भाई) के तौर पर है।
उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह पिछले दो दशक से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
हालांकि, बेहाला पश्चिम सीट के कुछ इलाकों में विकास कार्यों को नजरअंदाज करने के आरोपों ने भगवा दल को उभरने का मौका दिया है जबकि 2000 दशक के शुरुआती वर्षों में इस सीट पर वाम मोर्चे की पैठ थी।
भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ कथित असंतोष को भुनाने के लिए अभिनेत्री श्रावंती को मैदान में उतारा जोकि राजनीति में तो नई हैं लेकिन जनता में उनकी लोकप्रियता के चलते उन्हें मजबूत चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है।
बेहाला पश्चिम सीट के अंतर्गत आने वाले वार्ड संख्या 127 के निवासी शांतनु मलिक ने कहा कि अनुभव सबसे ज्यादा मायने रखता है। कोई भी रातों-रात राजनेता नहीं बन सकता, हालांकि, कुछ वर्षों में उसके अनुभव में इजाफा हो सकता है।
उन्होंने कहा, '''' मैं श्रावंती जैसे अनुभवहीन उम्मीदवार पर कैसे विश्वास कर सकता हूं? पार्थ दा परिपक्व राजनेता हैं और वे खुद को नेता के तौर पर साबित कर चुके हैं।''''
सत्यन रॉय रोड पर रहने वाले द्विजेन बनर्जी ने कहा, '''' श्रावंती चटर्जी को चुनाव में उतारना भाजपा का समझदारी भरा कदम है। हम एक नए और ऊर्जावान उम्मीदवार को चाहते हैं जो हमारी जरूरत के समय उपलब्ध रहेगा।''''
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
वहीं, वाम मोर्चे की तरफ से पूर्व पार्षद निहार भक्त भी चुनावी मैदान में हैं।
इस सीट पर चौथे चरण में शनिवार को मतदान होगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी बेहाला पश्चिम सीट से चार बार विधायक रहे हैं।
एक तरफ जहां तृणमूल को अपने कद्दावर नेता पार्थ चटर्जी के पांचवी बार इस सीट पर कब्जा जमाने की पूरी उम्मीद है, वहीं भाजपा को आस है कि युवा मतदाताओं को अपने पाले में करके राजनीति में शुरुआती कदम रखने वाली श्रावंती इस सीट पर कमल खिलाने में कामयाब रहेंगी।
दक्षिण 24 परगना जिले में आने वाली बेहाला पश्चिम सीट के विकास में योगदान देने वाले पार्थ चटर्जी की स्थानीय स्तर पर पहचान '''' पार्थ दा'''' (बड़ा भाई) के तौर पर है।
उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह पिछले दो दशक से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
हालांकि, बेहाला पश्चिम सीट के कुछ इलाकों में विकास कार्यों को नजरअंदाज करने के आरोपों ने भगवा दल को उभरने का मौका दिया है जबकि 2000 दशक के शुरुआती वर्षों में इस सीट पर वाम मोर्चे की पैठ थी।
भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ कथित असंतोष को भुनाने के लिए अभिनेत्री श्रावंती को मैदान में उतारा जोकि राजनीति में तो नई हैं लेकिन जनता में उनकी लोकप्रियता के चलते उन्हें मजबूत चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है।
बेहाला पश्चिम सीट के अंतर्गत आने वाले वार्ड संख्या 127 के निवासी शांतनु मलिक ने कहा कि अनुभव सबसे ज्यादा मायने रखता है। कोई भी रातों-रात राजनेता नहीं बन सकता, हालांकि, कुछ वर्षों में उसके अनुभव में इजाफा हो सकता है।
उन्होंने कहा, '''' मैं श्रावंती जैसे अनुभवहीन उम्मीदवार पर कैसे विश्वास कर सकता हूं? पार्थ दा परिपक्व राजनेता हैं और वे खुद को नेता के तौर पर साबित कर चुके हैं।''''
सत्यन रॉय रोड पर रहने वाले द्विजेन बनर्जी ने कहा, '''' श्रावंती चटर्जी को चुनाव में उतारना भाजपा का समझदारी भरा कदम है। हम एक नए और ऊर्जावान उम्मीदवार को चाहते हैं जो हमारी जरूरत के समय उपलब्ध रहेगा।''''
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