कोलकाता में मोदी की रैली से पहले भाजपा में शामिल हुए मिथुन चक्रवर्ती

punjabkesari.in Sunday, Mar 07, 2021 - 10:59 PM (IST)

कोलकाता, सात मार्च (भाषा) अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती रविवार को यहां ब्रिगेड परेड मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष तथा अन्य ने मिथुन चक्रवर्ती का पार्टी में स्वागत किया।

घोष ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता को पार्टी का झंडा सौंपा। इसके बाद चक्रवर्ती ने कहा कि वह हमेशा से वंचितों के लिए काम करना चाहते थे और भाजपा ने उन्हें अपनी आकांक्षा पूरी करने के लिए एक मंच दिया है।

चक्रवर्ती ने यह भी कहा कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होकर एक गलती की थी, जिसने उन्हें 2014 में राज्यसभा भेजा था।

बाद में, प्रधानमंत्री ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आज हमारे साथ बंगाल के बेटे मिथुन चक्रवर्ती हैं। उनका जीवन और संघर्ष सभी के लिए एक प्रेरणा है।’’
चक्रवर्ती ने भी कहा कि उन्हें बंगाली होने पर गर्व है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा जीवन में कुछ बड़ा करना चाहता था, लेकिन कभी भी इतनी बड़ी रैली का हिस्सा बनने का सपना नहीं देखा था, जिसे दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी द्वारा संबोधित किया जाना है। मैं हमारे समाज के गरीब तबके के लिए काम करना चाहता था और वह इच्छा अब पूरी होगी।’’
चक्रवर्ती ने इस मौके पर अपनी एक फिल्म का एक संवाद भी दोहराया और कहा, ‘‘अमी जोल्धोराओ नोई, बीले बोराओ नोई ... अमि इक्ता कोबरा, ईक चोबोल-ई छोबी (मुझे नुकसान नहीं पहुंचाने वाला सांप समझने की गलती न करें, मैं एक नाग हूं, लोगों को एक बार ही डंसकर मार सकता हूं)।’’
विजयवर्गीय ने शनिवार शाम यहां चक्रवर्ती के निवास पर उनसे मुलाकात के बाद घोषणा की थी कि वह रैली में शामिल होंगे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले महीने मुंबई में अभिनेता के आवास पर उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें शुरू हो गयी थीं ।

तृणमूल कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य रह चुके अभिनेता ने सारदा पोंजी घोटाले में नाम आने के बाद 2016 में संसद के उच्च सदन की सदस्यता छोड़ दी थी। उन्होंने हालांकि इसके लिए स्वास्थ्य ठीक नहीं होने का हवाला दिया था।

चक्रवर्ती ने मृणाल सेन की 1976 में आयी फिल्म ‘मृगया’ में एक आदिवासी तीरंदाज की भूमिका निभायी थी, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था।

चक्रवर्ती कोलकाता के प्रतिष्ठित स्कॉटिश चर्च कॉलेज के छात्र रहे हैं, जहां से सुभाष चंद्र बोस, नेपाल के प्रथम प्रधानमंत्री बी पी कोइराला और असम के पहले मुख्यमंत्री गोपीनाथ बारदोलोई ने भी पढ़ायी की थी।

चक्रवर्ती को राजनीतिक रूप से जागरूक अभिनेता के रूप में जाना जाता है और अक्सर उन्हें वामपंथी फिल्म निर्देशकों द्वारा अपनी फिल्मों में लिया जाता था। चक्रवर्ती का तृणमूल कांग्रेस में शामिल होना एक हैरानी के तौर पर नहीं आया था। हालांकि, भाजपा में शामिल होने के उनके कदम को उनके पहले के राजनीतिक विचारों के बिल्कुल उलट देखा जा रहा है।

चक्रवर्ती ने हालांकि यह कहते हुए अपने निर्णय का लगातार समर्थन किया है कि वह हमेशा से गरीबों की सेवा करना चाहते थे।

चक्रवर्ती ने रैली के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि तृणमूल कांग्रेस में शामिल होना उनकी एक गलती थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज किसी पर आरोप नहीं लगाना चाहता। वह मेरी एक गलती थी।’’
पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी वाम मोर्चा ने चक्रवर्ती पर एक ऐसे ‘‘राजनीतिक अवसरवादी’’ होने का आरोप लगाया, जो भविष्य फिर से पाला बदल सकते हैं।

इस पर चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘हां, कई लोग कह रहे हैं कि मैं धुर वामपंथी था और उसके बाद तृणमूल कांग्रेस के साथ था और अब भाजपा के साथ हूं। लेकिन वे लोग क्या हैं जो मुझे एक अवसरवादी बता रहे हैं? मैं भाजपा में शामिल हुआ हूं क्योंकि मुझे लगता है कि यह एक ऐसा मंच है जिसके जरिये मैं लोगों की सेवा कर सकता हूं।’’
उन्होंने कहा कि वह जल्द ही भाजपा के लिए प्रचार शुरू करेंगे।

इस सवाल पर कि क्या वह भाजपा के मुख्यमंत्री पद के लिए एक चेहरा होंगे, चक्रवर्ती ने कहा कि इसका निर्णय पार्टी को करना है।

चक्रवर्ती 1980 के दशक में बॉलीवुड और पूर्व सोवियत संघ जैसे विदेशी फिल्म बाजारों में एक लोकप्रिय नाम बन गए थे, जब उन्होंने कई एक्शन फिल्मों, पारिवारिक फिल्मों और संगीत पर आधारित फिल्मों में अभिनय किया था।

बॉक्स ऑफिस पर उनकी हिट फिल्मों में ''डिस्को डांसर'', ''कसम पैदा करने वाले की'' आदि थीं।

बॉलीवुड में अपने करियर के समानांतर, चक्रवर्ती बंगाली फिल्म उद्योग में भी एक स्टार रहे।

चक्रवर्ती के भाजपा में शामिल होने पर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘बड़े अभिनेता कई प्रोडक्शन हाउस से जुड़े होते हैं। मिथुन चक्रवर्ती भी वही कर रहे हैं - एक पार्टी से दूसरे पार्टी में जा रहे हैं..।’’
घोष ने कहा कि जैसा कि चक्रवर्ती ने कहा है कि वह लोगों के लिए काम करना चाहते हैं, उन्हें ईंधन मूल्य वृद्धि के खिलाफ कुछ कहना चाहिए।

माकपा के वरिष्ठ नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि लोग चक्रवर्ती की तरह के ‘‘दलबदलुओं’’ पर कभी भरोसा नहीं करेंगे और उनके भाजपा में शामिल होने का चुनावों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘‘हमें (टीएमसी द्वारा) बाहरी लोगों की एक पार्टी बताया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि बंगाल के सबसे बड़े सितारों में से एक के हमारे साथ जुड़ने के बाद, हमें अब वह नहीं बुलाया जाएगा।’’


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