विधानसभा चुनाव जीतने में लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन भाजपा के काम नहीं आएगा : तृणमूल कांग्रेस
punjabkesari.in Thursday, Nov 19, 2020 - 12:00 AM (IST)
कोलकाता, 18 नवंबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि अगर भाजपा सोच रही है कि वह 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन के दम पर अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर लेगी तो वह दिन में सपने देख रही है।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता ने सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग -अलग होते हैं।
पश्चिम बंगाल में विकास के लिए ‘गुजरात मॉडल’ लाने के भाजपा के घोषणा पर पलटवार करते हुए रॉय ने कहा कि दोनों राज्यों के तुलनात्मक आंकड़े साबित करते हैं कि पश्चिम बंगाल कई क्षेत्रों में गुजरात से काफी बेहतर है।
भाजपा का नाम लिए बिना राज्यसभा सदस्य रॉय ने कहा, ‘‘ जो कह रहे हैं कि वे विधानसभा चुनाव जीतेंगे, क्योंकि उन्होंने लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती हैं तो वह दिन में सपने देख रहे हैं।’’
गौरतलब है कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 2019 के आम चुनाव में 18 पर जीत दर्ज की थी।
रॉय ने कहा कि 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बंगाल में 16 सीटें जीती थी लेकिन 1987 के विधानसभा चुनाव में उसे सिर्फ 42 सीटें मिली थीं।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना पर रॉय ने कहा कि यह उनका अधिकार है लेकिन इसका बंगाल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता ने सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग -अलग होते हैं।
पश्चिम बंगाल में विकास के लिए ‘गुजरात मॉडल’ लाने के भाजपा के घोषणा पर पलटवार करते हुए रॉय ने कहा कि दोनों राज्यों के तुलनात्मक आंकड़े साबित करते हैं कि पश्चिम बंगाल कई क्षेत्रों में गुजरात से काफी बेहतर है।
भाजपा का नाम लिए बिना राज्यसभा सदस्य रॉय ने कहा, ‘‘ जो कह रहे हैं कि वे विधानसभा चुनाव जीतेंगे, क्योंकि उन्होंने लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती हैं तो वह दिन में सपने देख रहे हैं।’’
गौरतलब है कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 2019 के आम चुनाव में 18 पर जीत दर्ज की थी।
रॉय ने कहा कि 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बंगाल में 16 सीटें जीती थी लेकिन 1987 के विधानसभा चुनाव में उसे सिर्फ 42 सीटें मिली थीं।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना पर रॉय ने कहा कि यह उनका अधिकार है लेकिन इसका बंगाल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
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