सच हुई भविष्यवाणी! बाबा वेंगा ने इस चीज को लेकर पहले से कर दिया था शॉकिंग प्रेडिक्शन...
punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 08:16 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: दुनिया की मशहूर और रहस्यमयी भविष्यवक्ता बाबा वेंगा ने अपने जीवनकाल में कई ऐसी भविष्यवाणियां कीं जो समय के साथ सच साबित होती गईं। चाहे वह इंदिरा गांधी की हत्या हो, रूस-यूक्रेन युद्ध हो या भयंकर प्राकृतिक आपदाएं, हर घटना ने लोगों को बाबा वेंगा की भविष्यदृष्टि पर सोचने को मजबूर कर दिया। अब एक बार फिर से उनका नाम चर्चा में है—इस बार वजह है उनकी AI (Artificial Intelligence) और 2025 की खतरनाक गर्मी को लेकर की गई भविष्यवाणियां। दोनों ही बातें अब तेजी से सच होती दिख रही हैं।
क्या थी AI को लेकर बाबा वेंगा की भविष्यवाणी?
बाबा वेंगा ने मरने से पहले कहा था कि आने वाला वक्त एक ऐसी तकनीक लाएगा जो डॉक्टरों से भी ज्यादा तेजी से बीमारी की पहचान कर सकेगी। उन्होंने चेताया था कि इंसान तकनीक पर इतना निर्भर हो जाएगा कि सोचने और समझने की क्षमता भी मशीनों के हवाले कर देगा। आज जब हम 2025 में हैं तो ये बातें सच होती नजर आ रही हैं। AI तकनीक अब मेडिकल, शिक्षा, लेखन, सुरक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। AI अब बीमारियों की शुरुआती स्टेज में ही पहचान कर पा रही है, और वह भी सिर्फ एक एक्स-रे या स्कैन के आधार पर। ऐसे में बाबा वेंगा की बात डरावनी लगने लगी है कि अगर इंसान सबकुछ AI को सौंप देगा तो क्या वह खुद के अस्तित्व को खतरे में नहीं डालेगा?
AI बनाम इंसान: क्या मशीनें भावनाओं को समझ पाएंगी?
AI चाहे जितना भी एडवांस क्यों न हो जाए, उसमें इंसान जैसी भावनाएं नहीं होतीं। डॉक्टर सिर्फ बीमारियों का इलाज नहीं करते, वे मरीज की तकलीफ को समझते हैं, सहानुभूति दिखाते हैं, और मानसिक ताकत भी देते हैं। AI में यह मानवीय पहलू नदारद है।
बाबा वेंगा की भविष्यवाणी एक चेतावनी है—तकनीक पर निर्भरता इतनी न बढ़ जाए कि इंसान खुद पीछे छूट जाए।
गर्मी की भविष्यवाणी भी हो रही सच
AI के अलावा बाबा वेंगा ने 2025 की गर्मी को लेकर भी एक चौंकाने वाली भविष्यवाणी की थी। उन्होंने कहा था कि इस साल इतनी खतरनाक गर्मी पड़ेगी कि लोग झुलस जाएंगे, पारा 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है और आसमान से आग बरसेगी। आज के हालात देखकर यह भविष्यवाणी भी सच होती दिख रही है। अप्रैल में ही तीन साल का गर्मी का रिकॉर्ड टूट चुका है। भारत के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री पार कर चुका है, और मई-जून की गर्मी का डर लोगों को अभी से सताने लगा है।
तकनीक और प्रकृति: दोनों से खतरा?
AI एक ओर जहां इंसान की दुनिया बदल रहा है वहीं दूसरी ओर जलवायु परिवर्तन और बढ़ती गर्मी इंसानी अस्तित्व पर सवाल उठा रही है। अगर बाबा वेंगा की बाकी भविष्यवाणियों को भी गंभीरता से लें तो आने वाले समय में पृथ्वी का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने यह भी कहा था कि भविष्य में इंसान धरती छोड़कर किसी और ग्रह की तलाश करेगा।
क्या सच में अंत की ओर बढ़ रही है इंसानियत?
लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं कि अगर बाबा वेंगा की AI और गर्मी से जुड़ी बातें सच हो रही हैं तो क्या उनकी धरती के अंत की भविष्यवाणी भी सच हो सकती है? क्या हम वक्त रहते चेतेंगे या फिर खुद अपने विनाश का कारण बनेंगे?