घर के दोष होंगे दूर, मोर पंखों को अभिमंत्रित कर करें स्थापित

Wednesday, Sep 14, 2016 - 03:30 PM (IST)

घर का द्वार यदि वास्तु के विरुद्ध हो तो द्वार पर तीन मोर पंख स्थापित करें। मंत्र से अभिमंत्रित कर पंख के नीचे गणपति भगवान का चित्र या छोटी प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। 
 
मंत्र है- ॐ द्वारपालाय नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा’।
 
यदि पूजा का स्थान वास्तु के विपरीत है तो पूजा स्थान को इच्छानुसार मोर पंखों से सजाएं, सभी मोर पंखों को कुमकुम का तिलक करें व शिवलिंग की स्थापना करें। पूजा घर का दोष मिट जाएगा, प्रस्तुत मंत्र से मोर पंखों को अभिमंत्रित करें।
 
ॐ कूर्म पुरुषाय नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा’
 
यदि रसोई घर वास्तु के अनुसार न बना हो तो दो मोर पंख रसोई घर में स्थापित करें, ध्यान रखें कि भोजन बनाने वाले स्थान से दूर हों, दोनों पंखों के नीचे मौली बांध लें, और गंगाजल से अभिमंत्रित करें। 
 
ॐ अन्नपूर्णाय नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा
 
यदि शयन कक्ष वास्तु अनुसार न हो तो शैय्या के सात मोर पंखों के गुच्छे स्थापित करें, मौली के साथ कौडिय़ां बांध कर पंखों के मध्य भाग में सजाएं, सिराहाने की ओर से स्थापित करें, स्थापना का मंत्र है।
 

ॐ स्वप्नेश्वरी देव्यै नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा। 

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