गुप्त काम करने के लिए ये समय होता है सबसे सर्वोत्तम

Thursday, Oct 08, 2015 - 10:56 AM (IST)

पंच महाभूतों की ऊर्जा के प्रयोग का विज्ञान वास्तुशास्त्र है। सूर्य से जितनी ऊर्जा पृथ्वीवासी प्राप्त करते हैं उतनी किसी अन्य स्त्रोत से प्राप्त नहीं होती। ज्योतिषशास्त्री मानते हैं की सूरज की किरणों का प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को अलग-अलग रूप से प्रभावित करता है। सूरज की पहली किरण के साथ दिन का आरंभ होता है और अंतिम से अंत। रोजाना की दिनचर्या में बहुत से काम किए जाते हैं ताकि रात को आराम से नींद के आगोश में जाया जा सके लेकिन कुछ काम ऐसे होते हैं जिन्हें गुप्त रूप से करना होता है तो आईए जानें कौन सा समय इसके उपयुक्त है-

* दोपहर के 12 बजे से लेकर 3 बजे तक का समय आराम के लिए उत्तम माना गया है क्योंकि इस समय में सूर्य देव दक्षिण दिशा में होते हैं इसलिए उनकी किरणों की गति कम होती है। 

* सूर्योदय से पूर्व यानी 3 बजे से लेकर 6 बजे तक परिवेश में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अत्यधिक होता है। इस दौरान किए गए अध्ययन, पूजन और सृजनात्मक कार्य अधिक फलीभूत होते हैं।

*  जिस घर में सूर्य की पहली किरण से लेकर अंतिम किरण तक उजाला रहता है उस घर में सदा सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बना रहता है। जिस घर में सूर्य की किरणें नहीं पंहुच पाती वहां नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक होता है। सुबह 6 बजे से लेकर 9 बजे तक सूर्य की किरणों का घर में प्रवेश सबसे शुभ माना जाता है। 

* सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक का समय सूर्य की किरणों का प्रभाव अधिक होता है क्योंकि उस समय सूर्य नारायण दक्षिण-पूर्व दिशा में होते हैं। कपड़े धोकर इसी दिशा में सुखाएं। 

* अध्ययन, मुलाकात, लेखन, नई योजना के लिए दोपहर 3 बजे से लेकर शाम 6 या 7 बजे तक करने चाहिए क्योंकि इस समय सूर्य देव की किरणों का प्रभाव कम होने लगता है।

* रात के 3 बजे तक नींद का प्रभाव अधिक होता है। इस वक्त का प्रयोग धन, कीमती वस्तु, आभूषण आदि की गिनती-सुरक्षा के लिए किया जाए तो सबसे अच्छा रहता है। इसके अतिरिक्त आपकी जो भी गोपनीय गतिविधियां हैं इसी दौरान करनी चाहिए। पुराने समय में राजा-महाराजा इस समय का उपयोग राजकार्यों से संबंध रखने वाली गुप्त गतिविधियों के लिए करते थे।

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