गणपति विसर्जन: रखें कुछ बातों का ध्यान, तभी कर पाएंगे दरिद्रता को घर से बाहर

Saturday, Sep 26, 2015 - 12:19 PM (IST)

शास्त्रों के अनुसार गणपति विसर्जन का दिन मनाना चाहिए, तभी हम पर गणपति देवता की कृपा होगी। गणपति विसर्जन पर की जाने वाली सजावट सात्विक और पंरपरा के अनुकुल होनी चाहिए। भगवान गणेश का मंडप बनाने के लिए बांस को प्रयोग में लाएं। उसको केले के पत्तों से सजाएं। गणेश जी के श्री स्वरूप को लाल रंग के वस्त्र पहनाएं तथा उनका पूरा श्रृंगार करें। घर आए मेहमानों का मुंह गणपति के भोग मोदक से अवश्य मीठा करवाएं। इससे रिश्तों में भी मिठास बनी रहेगी।

आपके घर का मुख्य प्रवेश द्वार बेहतरीन अवसरों को आप तक पहुंचाने में मदद करता है। इसलिए मेन गेट के सामने कोई अवरोध नहीं होना चाहिए। घर के प्रवेशद्वार पर रंगोली बनाने की परंपरा भारत में सदियों से चली आ रही है। दरवाजे के सामने खूबसूरत रंगोली बनाएं। 

यह करें विशेष:

* गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें। 

* गणेश जी को विशेष रूप से लड्डू, बाटी, खीर एवं गजाकड़ा (घी वाली मोटी रोटी) का भोग लगाएं।

इन बातो का रखें ध्यान:

* गणपति के पीठ में दरिद्रता का वास होता है इसलिए उनकी पीठ के दर्शन न करें।

* मध्यान पूर्व विसर्जन करें।

* एक घर में तीन गणपति की पूजा न करें।

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