बुरी शक्तियों से बचने और अच्छे सौभाग्य को निमंत्रण देने के लिए ध्यान रखें ये टिप्स

Tuesday, Sep 15, 2015 - 01:41 PM (IST)

विभिन्न क्षेत्रों की ही तरह भवन निर्माण के क्षेत्र में भी कई प्रकार के प्रयोग सदा से होते आ रहे हैं, वे प्रयोग चाहे निर्माण टैक्नोलाजी से संबंधित हों या फिर भवन के आकार-प्रकार से। इन प्रयोगों के अंदर वास्तुशास्त्र का भी सहयोग आज के समय में  अनिवार्य रूप से लिया जाने लगा है।

* अच्छे सौभाग्य के लिए ऐसे प्लाट पर भवन निर्माण करना चाहिए, जिसका आकार वर्गाकार, आयताकार हो, पर अनियमित आकार न हो। प्लाट का दक्षिण पश्चिम कोना 90 डिग्री का होना चाहिए। 

*  भूखण्ड कभी भी ऐसी जगह पर नहीं खरीदें, जिसके आस-पास बड़े अस्पताल, श्मशान, कब्रिस्तान, बूचड़खाना, पुलिस थाना इत्यादि हो। ऐसे स्थानों पर वातावरण हमेशा गमगीन रहने से नकारात्मक ऊर्जा काफी मात्रा में विद्यमान रहती है, जिससे आस-पास रहने वालों की मानसिक स्थिति पर इसका बुरा असर पड़ता है।

*  मकान में लकडिय़ों का इस्तेमाल भी सोच-समझ कर ही करना चाहिए। घर में बबूल, जामुन, अशोक , बरगद, पीपल आदि की लकड़ी का इस्तेमाल वर्जित है। इन लकडिय़ों के प्रयोग से स्वास्थ्य कभी भी ठीक नहीं रहता।

*  लोहा, एल्यूमीनियम, टीन इत्यादि का प्रयोग छत वाले भाग पर करना वर्जित माना जाता है। इनके विभिन्न चुंबकीय गुण मानव-मस्तिष्क को विचलित करते हैं। इन धातुओं पर इलैक्ट्रोप्लेटिंग करके इनके प्रभाव को कम किया जा सकता है।

* ऐसे स्थान के आस-पास भूखण्ड नहीं खरीदना चाहिए, जहां कोई बड़ा नाला, विशेषकर गंदा नाला बहता हो। ऐसे नालों से हमेशा दुर्गंध आने के कारण वहां रहना मुश्किल होता है, साथ ही स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंताजनक समस्याएं पैदा हो सकती हैं। 

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