आज मनाया जा रहा खरना, जानिए किन 6 चीजों के बिना अधूरी है छठ पूजा

Wednesday, Oct 25, 2017 - 04:25 PM (IST)

पटनाः भगवान सूर्य की उपासना से जुड़ा महापर्व शुरु हो चुका है। श्रद्घालुओं द्वारा आज खरना मनाया जा रहा है। खरने का अर्थ है पूरे दिन का उपवास। इस दिन भक्त पूरा दिन उपवास रखकर शाम में स्नानकर विधि-विधान से रोटी और गुड़ से बनी खीर का प्रसाद तैयार करती है। यह प्रसाद मिट्टी के बने नए चूल्हे पर आम की लकड़ी का उपयोग करते हुए बनाया जाता है। आज के दिन लोग बिना किसी भेदभाव और बुलावे पर व्रत रखने वाले के घर प्रसाद ग्रहण करने के लिए जाते हैं। 

इन 6 चीजों के बिना छठ पूजा है अधूरी  
छठ पूजा में श्रद्धालु मैय्या को कई तरह के फल, म‌िठाईयां और पकवान भेंट करता है लेकिन यह 6 चीजें ऐसी हैं जो हर भक्त छठी मैय्या को अर्प‌ित करता है। केला सबसे ज़्यादा पवित्र माना जाता है और इसके बिना छठी मैय्या की पूजा पूरी नहीं होती। पूजा के लिए दूसरी महत्वपूर्ण वस्तु है पानी वाला नारियल। इसे प्रसाद रूप में शाम‌िल करना अन‌िवार्य माना जाता है। इसके बाद आता है गन्ना। छठ मैय्या को प्रसाद रूप में गन्ना चढ़ाया जाता है।

नींबू प्रजात‌ि का फल डाभ नींबू भी छठ पूजा में जरुरी माना जाता है। चावल के लड्डू पांचवी ऐसी वस्तु है जिसका पूजा में खास स्थान है। यह विशेष प्रकार के चावल से बनाया जाता है। पूजा में जरुरी आखिरी चीज है ठेकुआ। यह गेहूं के आटे का बनता है और इसके लिए घर में पूरी शुद्धता के साथ तैयार किया जाता है।

व्रती आवाज होने पर छोड़ देते हैं खाना 
खरना के दिन अगर किसी भी तरह की आवाज हो तो व्रती खाना वहीं छोड़ देते हैं इसलिए इस दिन लोग इस बात काे खास ध्‍यान रखते हैं कि उपवास रखने वाले के आसपास कोई शोर-शराबा ना हो।

छोटी-छोटी बातों से नाराज हो जाती है छठ मैय्या 
छठ मैय्या की पूजा को लेकर कहा जाता है कि यह छोटी-छोटी बातों पर नाराज हो जाती हैं। कुछ आवश्य बातों का ध्यान इनकी पूजा के दौरान रखा जाता है। छठी मैय्या का प्रसाद बनाते समय पूरी पव‌ित्रता का ध्यान रखें। पूजा के दौरान कभी भी मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए। सूर्य को अर्घ्य देते समय चांदी, स्टील व शीशे के बने बर्तनों का उपयोग ना करें। 

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