उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या हुई 31, तबलीगी जमातियों की पहचान का काम तेज

punjabkesari.in Monday, Apr 06, 2020 - 10:16 PM (IST)

देहरादून, छह अप्रैल :भाषा: उत्तराखंड में कोरोना पॉजिटिव मामलों में आये उछाल के मद्देनजर बाहर से आये तबलीगियों को सामने आने के लिये दी गयी मोहलत के सोमवार को समाप्त होने तक कोई जमाती पेश नहीं हुआ लेकिन उनके संपर्क में आये करीब 150 लोग सामने आये जिसके बाद पुलिस ने उनके संपर्क में आये लोगों के जरिए उनकी तलाश तेज कर दी है ।
इस बीच, सोमवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमण के पांच और नये मामलों की पुष्टि होने से अब तक इस रोग से पीडित मरीजों की संख्या 31 पर पहुंच गयी । पिछले पांच दिनों में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या सात से 31 हो गयी है । इनमें से ज्यादातर तबलीगी जमातों के लोग हैं जो हाल के दिनों में दिल्ली तथा अन्य स्थानों से होकर प्रदेश में आये हैं ।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था, अशोक कुमार ने बताया कि आज कोई जमाती प्रशासन के सामने नहीं आया लेकिन जमातियों के संपर्क में आये उन करीब 150 लोगों ने प्रशासन से संपर्क किया जिन्हें खुद के बीमारी से पीडित होने की आशंका है ।
उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों को क्वारंटाइन किया जायेगा और अगर जरूरत हुई तो उनकी मेडिकल जांच करा ली जायेगी ।
जमातियों के सामने न आने के बाद अब उनके संपर्क में आये लोगों के जरिए उनकी तलाश और पहचान का काम तेज कर दिया गया है ।
कुमार ने इस संबंध में आम लोगों से भी तबलीगी जमातों में गये लोगों के बारे में बताने की अपील की और कहा, ''यदि आपको कोई ऐसा संदिग्ध व्यक्ति प्रतीत होता है जो तबलीगी जमात में गया हो और उसने अपने आप को प्रशासन और पुलिस के सामने प्रस्तुत नहीं किया है या छिपा हुआ है या खुला घूम रहा है तो ऐसे व्यक्ति की सूचना हमारी कोविड-19 हेल्पलाइन नम्बर पर दें। ऐसे व्यक्तियों का हम सत्यापन करेंगे।'' प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूडी ने कल बाहर से प्रदेश में आये तबलीगी जमातों के लोगों को आज तक सामने आने की मोहलत देते हुए कहा था कि इसके बाद उनके बारे में जानकारी मिलने पर उनके खिलाफ कडी कार्रवाई की जायेगी ।
रतूडी ने कहा कि पिछले पिछले कुछ दिनों में दिल्ली से आये लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है । उन्होंने कहा, '' ये लोग दिल्ली के निजामुददीन गये थे और उसके बाद यहां आये । चूंकि उनमें कोरोना संक्रमण की संभावना हो सकती है और इससे न केवल उनकी जान को बल्कि राज्य में भी संक्रमण बढने का खतरा हो सकता है ।'' उन्होंने दिल्ली निजामुददीन मरकज में या अन्य स्थानों में जाकर प्रदेश में आये सभी तबलीगियों से खुद को प्रशासन और पुलिस के सामने आने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि छह अप्रैल के बाद यह जानकारी संज्ञान में आती है कि उसने संक्रमण फैलाया तो आपदा प्रबंधन कानून और आइपीसी की धाराओं में उसके खिलाफ हत्या के प्रयास की कार्रवाई की जायेगी और यदि उनके फैलाए संक्रमण से किसी की मृत्यु हो जाती है तो उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जायेगा । इस बीच, प्रदेश सरकार द्वारा यहां जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, कोरोना संक्रमण के इन पांच नये मामलों में से चार देहरादून जिले के और एक अल्मोडा का है ।
इस समय प्रदेश में 176 लोग अस्पतालों में आइसोलेशन में हैं जबकि 18798 लोग घरों तथा अन्य जगहों पर क्वारंटाइन में हैं ।
उधर, देहरादून के झबरावाला, केशवपुरी बस्ती तथा मुस्लिम कालोनी में मरकज से लौटे तबलीगी जमात के तीन व्यक्तियों के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद देहरादून के जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव ने इन क्षेत्रों को सामुदायिक निगरानी में रखने के आदेश दिये ।
इससे पहले भी देहरादून की भगतसिंह कालोनी और कारगी ग्रांट क्षेत्रों को वहां कोरोना संक्रमण के पांच मामले सामने आने के बाद सामुदायिक निगरानी में रखते हुए सील कर दिया गया था ।
श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध व्यक्तियों हेतु दैनिक सर्विलांस के आधार पर देहरादून में अब तक कुल 28431 व्यक्तियों को सामुदायिक निगरानी में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि आज देहरादून में चार नये कोरोना संक्रमित मामले सामने आने के बाद जिले में कोरोना पीडितों की संख्या 18 हो गयी है ।


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PTI News Agency

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