कोरोना वायरस : महामारी के वक्त आवश्यक सेवाओं में जुटे लोगों का होगा जीवन बीमा : सरकार
punjabkesari.in Wednesday, Mar 25, 2020 - 05:06 PM (IST)
देहरादून, 25 मार्च (भाषा) कोरोना वायरस महामारी को परास्त करने की प्रतिबद्धिता दोहराते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को घोषणा की कि ''लॉकडाउन'' के दौरान खतरा उठाकर मेडिकल और सफाई कार्य सहित सभी आवश्यक सेवाओें में जुटे कर्मचारियों का जीवन बीमा किया जायेगा।
2021—22 का बजट पारित कराने के लिये बुलाए गये विधानसभा के एक घंटे के विशेष सत्र में कोरोना वायरस संकट पर अपने वक्तव्य में मुख्यमंत्री रावत ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच मेडिकल, पैरामेडिकल स्टॉफ, सफाईकर्मी, मीडियाकर्मी तथा अन्य आवश्यक सामान की आपूर्ति में लगे लोगों यानी ''कोविड-19 वारियर्स'' को वह साधुवाद देते हैं और उनके लिए जीवन बीमा की घोषणा करते हैं।’’
कोरोना वायरस संक्रमण को महामारी घोषित करने, प्रदेश के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्टेट टास्क फोर्स बनाने, कैबिनेट की दो आपात बैठकें करनें, भारत—नेपाल सहित सभी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सील करने, संपूर्ण राज्य में पर्यटकों का प्रवेश वर्जित करने, कोरोना से निपटने के लिए कैबिनेट से 50 करोड़ रुपये तथा मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 करोड़ रुपये निर्गत करने, लॉकडाउन की अवधि के दौरान पंजीकृत श्रमिकों को 1000 रुपये प्रति माह देने तथा अपंजीकृत श्रमिकों के लिये जिलाधिकारियों को कुल 30 करोड़ रुपये देने, घातक वायरस से बचाव के लिए प्रचार—प्रसार करने, सभी जिलों में पर्याप्त पृथक केन्द्रों, चारों सरकारी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के लिये आरक्षित रखने, प्रदेश में दो कोरोना वायरस जांच लैब को मंजूरी दिलवाने, डाक्टरों और नर्सों की नियुक्ति का अधिकार मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाध्यापकों को देने सहित सरकार के सभी प्रभावी कदमों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने इस संकट से निपटने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं।
हालांकि, उन्होंने इसमें जनसहभागिता को जरूरी बताते हुए कहा कि सरकार के इन उपायों को सफलता तभी मिलेगी जब इसमें लोगों का सहयोग भी हो। उन्होंने लोगों से लॉकडाउन की अवधि में घर में ही रहने का अनुरोध करते हुए कहा, ‘‘21 दिनों के इस महायज्ञ में अपना संकल्प और आहुति दें।’’
उन्होंने अन्य राज्यों में कार्यरत उत्तराखंड वासियों से अपील किया कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और देश के जिस भी कोने में हैं, फिलहाल वहीं रहें। उन्होंने कहा, ‘‘आप जहां भी रह रहे हैं वहीं रहें। देश हमारा है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के चार मामले सामने आए हैं, इनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों की भी निगरानी की जा रही है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल ने सभी विधायकों से आग्रह किया कि वह कोरोना से स्वयं को और अपने परिवार को बचाने के अलावा अपनी क्षेत्र की जनता में भी इस बीमारी से बचाव के प्रति जागरूकता फैलायें।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
2021—22 का बजट पारित कराने के लिये बुलाए गये विधानसभा के एक घंटे के विशेष सत्र में कोरोना वायरस संकट पर अपने वक्तव्य में मुख्यमंत्री रावत ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच मेडिकल, पैरामेडिकल स्टॉफ, सफाईकर्मी, मीडियाकर्मी तथा अन्य आवश्यक सामान की आपूर्ति में लगे लोगों यानी ''कोविड-19 वारियर्स'' को वह साधुवाद देते हैं और उनके लिए जीवन बीमा की घोषणा करते हैं।’’
कोरोना वायरस संक्रमण को महामारी घोषित करने, प्रदेश के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्टेट टास्क फोर्स बनाने, कैबिनेट की दो आपात बैठकें करनें, भारत—नेपाल सहित सभी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सील करने, संपूर्ण राज्य में पर्यटकों का प्रवेश वर्जित करने, कोरोना से निपटने के लिए कैबिनेट से 50 करोड़ रुपये तथा मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 करोड़ रुपये निर्गत करने, लॉकडाउन की अवधि के दौरान पंजीकृत श्रमिकों को 1000 रुपये प्रति माह देने तथा अपंजीकृत श्रमिकों के लिये जिलाधिकारियों को कुल 30 करोड़ रुपये देने, घातक वायरस से बचाव के लिए प्रचार—प्रसार करने, सभी जिलों में पर्याप्त पृथक केन्द्रों, चारों सरकारी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के लिये आरक्षित रखने, प्रदेश में दो कोरोना वायरस जांच लैब को मंजूरी दिलवाने, डाक्टरों और नर्सों की नियुक्ति का अधिकार मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाध्यापकों को देने सहित सरकार के सभी प्रभावी कदमों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने इस संकट से निपटने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं।
हालांकि, उन्होंने इसमें जनसहभागिता को जरूरी बताते हुए कहा कि सरकार के इन उपायों को सफलता तभी मिलेगी जब इसमें लोगों का सहयोग भी हो। उन्होंने लोगों से लॉकडाउन की अवधि में घर में ही रहने का अनुरोध करते हुए कहा, ‘‘21 दिनों के इस महायज्ञ में अपना संकल्प और आहुति दें।’’
उन्होंने अन्य राज्यों में कार्यरत उत्तराखंड वासियों से अपील किया कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और देश के जिस भी कोने में हैं, फिलहाल वहीं रहें। उन्होंने कहा, ‘‘आप जहां भी रह रहे हैं वहीं रहें। देश हमारा है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के चार मामले सामने आए हैं, इनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों की भी निगरानी की जा रही है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल ने सभी विधायकों से आग्रह किया कि वह कोरोना से स्वयं को और अपने परिवार को बचाने के अलावा अपनी क्षेत्र की जनता में भी इस बीमारी से बचाव के प्रति जागरूकता फैलायें।
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