BHU विवाद के कारण बढ़ी स्टूडेंट्स की मुसीबतें, सेमेस्टर परीक्षाएं रद्द

Monday, Sep 25, 2017 - 05:34 PM (IST)

नई दिल्ली : बीएचयू में धरने पर बैठी छात्राओं पर पुलिस दुारा लाठीचार्ज के बाद हालात सुधरने की बजाए और खराब हो गए है। छात्राओं की पिटाई के बाद गर्माए माहौल के कारण वाराणसी के सभी कॉलेज सोमवार को बंद हैं। विभिन्न संगठनों द्वारा लगातार धरना-प्रदर्शन के कारण बीएचयू के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है और उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्टूडेंट्स की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। 

बनारस विश्वविद्यालय में  'बढ़ती छेड़खानी' की घटनाओं के खिलाफ छात्राओं पर हुई कारवाई ने विवाद को ओर भड़का दिया है। इसलिए सेमेस्टर परीक्षाएं आगे के लिए टाल दी गई है। सोमवार से कुछ सब्जेक्ट की परीक्षाएं होनी थी लेकिन अवकाश कर दिए जाने के कारण परीक्षाएं लंबित कर दी गई। अब छात्र-छात्राओं को नई तारीख का इंतजार करना है। वहीं स्टूडेंट्स को रविवार को हॉस्टल छोड़ने का नोटिस दे दिया गया, बता दें कि बीएचयू में हो रहे विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर विश्वविद्यालय में सोमवार से अवकाश घोषित कर दिया गया और अब नवरात्रों की छुट्टी के बाद 6 अक्टूबर 2017 को विश्वविद्यालय खुलेगा। 

वाराणसी के बाहर के स्टूडेंट सबसे ज्यादा परेशान
प्रदर्शन के कारण वाराणसी के बाहर के स्टूडेंट सबसे ज्यादा परेशान है। अचानक से हॉस्टल बंद कर देने का नोटिस जारी कर दिया गया। उन्हें हॉस्टल खाली करने के लिए मजबूर किया गया।ऐसे में आनन-फानन सारा इंतजाम करना मुश्किलें पैदा करने वाला है।वाराणसी के बाहर की छात्राएं अचानक हॉस्टल छोड़ने के नोटिस से ज्यादा परेशान हैं।एक तरफ तो सुरक्षा की चिंता वहीं दूसरी ओर पैसों के आभाव में घर जाना उनकी दिक्कतें बढ़ाने वाला है।हॉस्टल में बिजली-पानी सप्लाई काट दी गई है।

मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, तमिलनाडु जैसे राज्यों के स्टूडेंट लौटे
रविवार को हॉस्टल छोड़ने के नोटिस के बाद मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, तमिलनाडु जैसे राज्यों के स्टूडेंट लौटना पड़ा। बता दें कि विश्विद्यालय के छात्रावास में करीब 25 हजार स्टूडेंट  रहते हैं।

लंबी छुट्टी से पढ़ाई होगी प्रभावित
प्रदर्शन के चलते प्रशासन ने छुट्टी का ऐलान कर दिया है. जिसके चलते स्टूडेंट्स की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। परीक्षाओं का कैंसिल होना, हॉस्टल छोड़कर घर जाना स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर असर डाल रहा है।इन सब के चलते स्टूडेंट्स पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पा रहे है।

यह है घटना 
गौरतलब है कि 21 सितंबर की रात को दृश्य कला संकाय की छात्रा के साथ भारत कला भवन के पास हुई छेड़खानी की घटना से आक्रोशित छात्राएं उसी रात त्रिवेणी हास्टल से सड़क पर उतर आईं थीं।उसके बाद उनका प्रदर्शन जारी है। छात्राओं की मांग थी कि कुलपति धरना स्थल पर पहुंचकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाएं। इस प्रस्ताव को बीएचयू ही नहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी वीसी के समक्ष रखा लेकिन वीसी ने उसे ठुकरा दिया। छात्राओं का कहना था कि वीसी के इसी अडिय़ल रवैये एवं जिद के कारण चंद मिनट में ही समाप्त हो जाने वाला आंदोलन जारी रहा। इसके कारण पीएम को ही अपना रास्ता बदलना पड़ा।


 

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