लॉजिस्टिक्स सुविधाओं में इस राज्य ने मारी बाजी, यूपी ने लगाई लंबी छलांग

punjabkesari.in Monday, Nov 08, 2021 - 10:23 PM (IST)

नई दिल्लीः देश में लॉजिस्टिक्स सुविधाओं में सुधार के मामलों गुजरात, हरियाणा और पंजाब अन्य राज्यों से आगे है। माल पहंचाने में सुगमता के मामलों में राज्यों की तुलनात्मक स्थिति प्रस्तुत करने वाली वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की रिपोर्ट लीड्स 2021 में यह बात सामने आई है। रपट जारी करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि माल ढुलाई (लॉजिस्टिक्स) की लाग में पांच साल में कम से कम पांच प्रतिशत की बचत हासिल करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि सरकार 21वं सदी की ढांचागत सुविधाएं खड़ी करने को प्रतिबद्ध है और इस पर अभूतपूर्व गति से काम हो रहा है।

गोयल ने कहा कि इस रपट से राज्यों के बीच लॉजिस्टिक सुविधाएं बेहतर करने को लेकर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा शुरू होगी और इससे माल लाने ले जाने का खर्च कम होगा। लीड्स-2021 में गुजरात, शीर्ष पर है। उसके बाद हरियाणा और पंजाब के नंबर हैं। उत्तर प्रदेश बुनियादी ढांच के विकास पर नए बल के साथ रैंकिग में दो साल पहले से सात स्थान ऊपर पहुंच गया है।


गोयल ने कहा कि इस रपट में सामने आयी जानकारी से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय गतिशक्ति वृहदयोजना को बड़ा सहारा मिलेगा। गतिशक्ति बुनियादी परियोजनाओं को तेजी से लागू करने में विभिन्न मंत्रालयों के बीच पूर्ण समन्वय के उद्येश्य से शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि कारोबार में आसनी और नागरिकों के सशक्तीकरण में कुशल लॉजिस्टिक्स सेवाओं की बड़ी भूमिका होती है। पूर्वोत्तर और हिमालयी राज्यों में पहले स्थान पर जम्मू-कश्मीर है।

गोयल ने कहा कि लीड्स 2021 रपट में की गई सिफारिशों को लागू करने से देश में पांच साल में लाजिस्टिक्स की लागत पांच प्रतिशत कम हो सकती है। गौरतलब है कि भारत के उद्यमी और निर्यातक देश में लॉजिस्टिक्स पर ऊंचे खर्च की शिकायत करते हैं। भारत में यह लागत 13 चौदह प्रतिशत तक है जबकि विकसित देशों में यह आठ-नौ प्रतिशत के करीब है।

गोयल ने कहा कि भारत सरकार देश में 21सदी का आधुनिक बुनियादी ढांच विकसित करने को प्रतिबद्ध है और यह काम अभूतपूर्व गति से हो रहा है। इस समय सड़क निर्माण की गति दैनिक 37 किलोमीटर हो गई है जो 2013-14 में 12 किलोमीटर थी। इस दौरान रेलवे का पूंजीगत व्यय ससालाना 54,000 करोड़ रुपये से चार गुना बढ़ कर 2.15 लाख करोड़ रुपये वार्षिक हो गया है। 2014 में केवल 60 ग्राम पंचायतों तक ब्रांडबैंक फयबर केवल नेटवर्क पहुंचा था आज ऐसी पंचायतों की संख्या1.5 लाख हो गयी है।

उन्होंने हाल में घोषित पीएम गतिशिक्त वृहद योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मोदी का बुनियादी ढांच के विकास पर हमेशा जोर रहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में लगतार 13 वर्ष के उनके प्रयासों से वह राज्य लीड्स रिपोटर् में लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कोविड19 की दूसरी लहर में आक्सीजन और अन्य जरूरी चीजों को पहुंचाने लॉजिस्टिक्स ढांचे की बड़ी भूमिका रही है।


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Content Writer

Yaspal

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