यहां रखे जा रहे हैं 500 और 1000 के सभी पुराने नोट, जानिए अब इन नोटों का क्या होगा

Tuesday, Nov 15, 2016 - 06:04 PM (IST)

कानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को पांच सौ और एक हजार के नोटों पर बैन लगा दिया था। इससे पूरे देश में हड़कंप मच गया। नोटों पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जहां पब्लिक से लेकर बैंक कर्मी और उद्योगपति दो दिन से परेशान हैं। लोग 500 और 1000 के नोट वापिस कर नई करेंसी के नोट लेने में पूरा दिन बैंक के बाहर खड़े होकर संघर्ष कर रहे हैं। पर क्या आप जानते हैं कि अब इन पुराने नोटों का क्या होगा?

जानिए क्या होगा पुराने नोटों का
कानपुर जोन सहित अन्य जिलों से पांच और एक हजार रुपए के करप्ट नोटों को आरबीआई की शाखा में लाया जाएगा। इसके बाद इन नोटों को एक मशीन की जरिए महीन-महीन टुकड़े किए जाएंगे। महीन नोटों को बड़े-बड़े ड्रमों में गलाया जाएगा। फिर सौ से ज्यादा कारीगर इन्हें ईंट में ढालेंगे। तैयार ईंट आरबीआई शहर की सड़कों और सरकारी कार्यालय में बेच देगी। आरबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि भारत में पहली बार 1978 में नोटों को गलाकर खाद्य तैयार की गई थी, जिसे नि:शुल्क किसानों को दिया गया था। भारत में लभगभ 1650 हजार एक हजार के और 6280 लाख पांच सौ के नोटों को गलाकर ईंट तैयार की जाएगी। 

तीन दर्जन कर्मी ले रहे हैं प्रक्षिशण
आरबीआई ने गोपनीय तरीके से पांच सौ और एक हजार के बंदी नोटों को ईंट में ढालने के लिए लगभग तीन दर्जन कर्मियों को लगाया जाएगा। इन्हें आरबीआई की शाखा में प्रक्षिशित की जा रहा है। बैंक इस काम को गोपनीय तरीके से अंजाम दे रही है। सूत्र के अनुसार बैंगलुरु से आरबीआई की शाखा से कुछ कर्मियों को कानपुर बुलाया गया है। यह कर्मी कानपुर में रहकर आरबीआई के कर्मचारियों को नोट कतरने की तरकीब से दक्ष करेंगे। आरबीआई के मुताबिक जमा रकम अरब से बढ़कर खरब में पहुंच सकती है। 

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