योगेश्वर दत्त नहीं लेंगे मेडल, ट्विटर पर बताई वजह

Wednesday, Aug 31, 2016 - 05:30 PM (IST)

नई दिल्ली: लंदन ओलंपिक 2012 में पदक विजेता रेसलर योगेश्वर दत्त ने रजत पदक को लेकर ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। योगेश्वर ने कहा कि अगर हो सके तो ये मेडल उन्हीं के पास रहने दिया जाए। उनके परिवार के लिए यह सम्मानपूर्ण होगा, मेरे लिए मानवीय संवेदना सर्वोपरि है।बता दें कि रेसलर योगेश्वर दत्त ने लंदन ओलम्पिक 2012 में मिले कांस्य पदक को रजत पदक में बदल दिया गया था क्योंकि लंदन ओलम्पिक 2012 के रजत पदक विजेता डोप टेस्ट में फेल हो गए थे।

लंदन ओलम्पिक 2012 में योगेश्वर दत्त कुदुखोव से प्री-क्वार्टरफाइनल में हार गए थे, लेकिन जब कुदुखोव फाइनल तक पहुंच गए तो योगेश्वर को रेपचेज राउंड के जरिए दूसरा मौका मिला जिसमें उन्होंने पुएर्टो रीको के फे्रंक्लिन गोमेज को हराया और फिर अगले राउंड में ईरान के मासौद इस्माइलपौर को हराया। इन दोनों राउंड में जीत हासिल करने के बाद योगेश्वर दत्त ने कांस्य पदक जीतने के लिए नॉर्थ कोरिया के री-जोंग म्योंग को मात दी और कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।

योगेश्वर ने ये साफ किया है कि उन्हें पदक के इस बदलाव पर अधिकारिक रूप से कोई पुष्टिकरण नहीं हुआ है कि उनके कांस्य पदक को रजत पदक में तब्दील किया जाएगा। योगेश्वर ने अपने रजत पदक को ट्वीट के जरिए भारत के लोगों के नाम किया है।बुधवार की सुबह योगेश्वर ने ये भी कहा कि, वो चाहते हैं कि ये रजक पदक बेसिक कुदुखोव के परिवार वालों को दिया जाए। बेसिक खुदुखोव की मृत्यु लंदन ओलम्पिक के बाद साल 2013 में एक कार दुर्घटना में हुई थी।योगेश्वर ने बेसिक के परिवार वालों को सांत्वना देते हुए कहा कि वो एक वो एक महान रेसलर थे और मैं आज भी उनकी बहुत इज्जत करता हूं।
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