कावेरी जल विवाद : SC के फैसले के बाद विवाद बड़ा, कर्नाटक में तेज हुआ आंदोलन

Tuesday, Sep 06, 2016 - 05:45 PM (IST)

मांड्या: कावेरी नदी का जल तमिलनाडु के लिए छोड़े जाने के उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरोध में कर्नाटक के मांड्या जिले में आज आहूत हड़ताल का व्यापक असर देखा जा रहा है। इस हड़ताल का आह्वान मंड्या जिला रैयत हित रक्षण समिति (एमजेडआरएचएस) ने उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरोध में किया है जिसमें न्यायालय ने अगले 10 दिन में कर्नाटक से कावेरी नदी के लिए 15 हजार क्यूसेक पानी तमिलनाडु के लिए छोडऩे का आदेश दिया था। इस हड़ताल के कारण मांड्या जिले में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा।

सड़क पर टायर जला कर खाना बना रहे प्रदर्शनकारी
बेंगलुरू और मैसुरु के बीच सड़क को किसानों ने बंद कर दिया है जिस कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। लोग सड़कों के बीचों-बीच खाना बनाने लगे और गाडियों के टायर जलाए। प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न जगहों पर सीएम सिद्दारमैया और अभिनेता-राजनेता एवं पूर्व मंत्री अबरीश सहित तमिलनाडु की सीएम जे जयललिता के पुतले फूंके। प्रदर्शनकारियों के साथ सहानुभूति के तौर पर दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान आदि बंद रखे गए।

स्कूल कॉलेजों समेत महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान रहे बंद
होटल आदि बंद रहे और सिनेमा हॉल के सारे शो को रद्द कर दिए गए। अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर स्कूलों-कॉलेजों में छुट्टियों की घोषणा कर दी है, जिले के सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की मौजूदगी नगण्य रही। इस बीच, सिद्दारमैया उच्चतम न्यायालय के फैसले पर कानूनी और तकनीकी विशेषज्ञों के साथ बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में कावेरी मुद्दों को लेकर राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता फली नरीमन की अध्यक्षता में तकनीकी टीमों और वरिष्ठ मंत्रियों के अलावा उच्च अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
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