ऑफ द रिकॉर्डः सोनिया आक्रामक, असंतुष्ट रक्षात्मक

Friday, Sep 25, 2020 - 04:19 AM (IST)

नई दिल्लीः मैडीकल चैकअप के लिए विदेश यात्रा पर जाने से पहले सोनिया गांधी ने कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट नेताओं को झटका दिया। सोनिया ने मुकुल वासनिक, जितिन प्रसाद, अरविंद्र सिंह लवली और कुछ अन्यों को कमेटी में बनाए रखने के लिए ध्यान रखा। यह कमेटी अगले साल पार्टी अध्यक्ष और कार्यसमिति के अध्यक्ष पद के लिए आंतरिक चुनाव कराएगी लेकिन इसके साथ गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, पृथ्वीराज चव्हाण, अखिलेश प्रसाद सिंह, भूपिंदर सिंह हुड्डा जैसे शीर्ष क्रम के नेताओं को किनारे लगा दिया गया है। 

आनंद शर्मा को उम्मीद थी कि वे अगले साल होने वाले पार्टी चुनावों की निगरानी के लिए 6 सदस्यीय समिति में बने रहेंगे लेकिन सोनिया गांधी ने मुकुल वासनिक को शामिल किया जिन्होंने सार्वजनिक रूप से उनके प्रति वफादारी का वादा किया था। सोनिया गांधी द्वारा उन्हें माफ करने की संभावना नहीं है क्योंकि वह विद्रोह पत्र के प्रमुख ड्राफ्ट्समैन थे लेकिन आनंद शर्मा को वर्किंग कमेटी के सदस्य के तौर पर बरकरार रखा गया है। उन्होंने दीपेंद्र सिंह हुड्डा को स्थायी आमंत्रित के स्थान पर नियुक्त करने की जगह विशेष आमंत्रित बनाकर  पदावनत किया। कुलदीप बिश्नोई को भी विशेष आमंत्रित किया गया है। 

अगर उन्होंने राजस्थान में खेले गए गंदे खेल के लिए सचिन पायलट को हटाया तो इसके साथ उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी सी.डब्ल्यू.सी. से हटा दिया। उन्होंने गहलोत के करीबी माने जाने वाले अविनाश पांडे को हमेशा के लिए सी.डब्ल्यू.सी. सदस्य के पद से हटा दिया। मनीष तिवारी, शशि थरूर और कई अन्य लोगों को कहीं भी समायोजित नहीं किया गया है। असंतुष्ट नेता मीडिया को साक्षात्कार दे रहे हैं तो कुछ ने सोनिया के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया है लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी विरोधी अभियान को लेकर हमला भी किया जा रहा है पर वे अब एक चौराहे पर हैं और सुनिश्चित नहीं हैं कि आगे कैसे बढ़ें। 

 

Pardeep

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