नेपाल के बाद अमेरिका के पड़ोसी देश में सड़कों पर उतरे Gen-Z, कई शहरों में फैला प्रदर्शन
punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 11:27 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क : नेपाल के बाद अब अमेरिका के पड़ोसी देश मेक्सिको में भी जेन-जेड आंदोलन ने जोर पकड़ लिया है। बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ शनिवार को हजारों लोग सड़कों पर उतरे। यह प्रदर्शन मुख्य रूप से राष्ट्रपति क्लाउडिया शेनबाउम की सुरक्षा नीतियों और ड्रग कार्टलों के खिलाफ नरमी के विरोध में किया गया। खासकर मिशोआकान राज्य में ड्रग तस्करों के खिलाफ अभियान चला रहे मेयर कार्लोस मंज़ो की हत्या के बाद आंदोलन ने तेजी पकड़ी।
विपक्षी दलों का समर्थन
जेन-जेड आंदोलन को विपक्षी दलों के विभिन्न आयु वर्ग के नेताओं और समर्थकों का भी खुलकर समर्थन मिला है। आंदोलन अब व्यापक रूप धारण कर चुका है। ज्यादातर प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे, लेकिन अंत में कुछ युवाओं और पुलिस के बीच झड़पें भी हुईं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर, पटाखे, लाठियां और जंजीरें फेंकी और उनकी ढालें और उपकरण छीन लिए। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी और लाठीचार्ज किया।
झड़प में 120 घायल, 20 गिरफ्तार
राजधानी के सुरक्षा सचिव पाब्लो वाजक्वेज ने बताया कि झड़पों में कुल 120 लोग घायल हुए, जिनमें से 100 पुलिस अधिकारी शामिल हैं। इस मामले में 20 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को घसीटते और बल प्रयोग करते दिखाया गया, जिससे मनमानी गिरफ्तारियों और दुरुपयोग के आरोप लगे।
जेन-जेड आंदोलन की वजहें
जेन-जेड यानी 1990 के दशक के अंत और 2010 के शुरुआती वर्षों में जन्मे युवा इस साल कई देशों में असमानता, लोकतांत्रिक पतन और भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं। नेपाल में सितंबर में हुए जेन-जेड प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा था। मेक्सिको में युवा भ्रष्टाचार, हिंसक अपराध और अपराधियों को दंड न मिलने से परेशान हैं। वे सरकार को 'नार्को-स्टेट' (ड्रग माफिया प्रभावित राज्य) कहकर निशाना बना रहे हैं।
सोशल मीडिया ने आंदोलन को बढ़ाया
इस प्रदर्शन में केवल युवा ही नहीं, बल्कि विभिन्न आयु वर्ग के लोग शामिल हुए। पूर्व राष्ट्रपति विसेंट फॉक्स और मेक्सिकन अरबपति रिकार्डो सेलिनास प्लीगो ने सोशल मीडिया पर समर्थन संदेश जारी किए। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय महल (पलासियो नासियोनल) के आसपास की बाड़ तोड़ी और राष्ट्रपति शेनबाउम के इस्तीफे की मांग की। कई ने 'वन पीस' कार्टून से प्रेरित समुद्री डाकू का खोपड़ी वाला झंडा लहराया, जो जेन-जेड आंदोलन का वैश्विक प्रतीक बन चुका है।
एक 29 वर्षीय प्रदर्शनकारी एंड्रेस मासा ने कहा, "हमें अधिक सुरक्षा की जरूरत है। देश मर रहा है।" यह आंदोलन मेक्सिको सिटी से अन्य शहरों में भी फैल गया है, जहां युवा सरकार पर कार्टल हिंसा रोकने में नाकामी का आरोप लगा रहे हैं।
