26 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने नहीं दी JEE Mains की परीक्षा, खुद शिक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी

punjabkesari.in Thursday, Sep 10, 2020 - 05:54 PM (IST)

नई दिल्ली- देशभर में ज्वाइंट एट्रेंस एग्जाम 1 से 6 सितंबर तक आयोजित की गई। इस बार कोरोना काल के कारण इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए 8.58 लाख स्टूडेंट्स में से 6.35 लाख उम्मीदवार परीक्षा में सम्मिलित हुए। इस बात की जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने दी। 

ये रहा ट्वीट
निशंक ने ट्वीट कर कहा,  'जेईई मेन परीक्षा के लिए 8.58 लाख आवेदकों में से 6.35 लाख उम्मीदवार परीक्षा में सम्मिलित हुए। केंद्र और सम्बन्धित राज्यों की सरकारों द्वारा छात्रों को सभी संभव सहायता उपलब्ध कराई गई जिसके लिए मै सभी राज्यों की सरकारों की प्रशंसा करता हूं'। कोविड-19 के मद्देनजर सख्त एहतियात के बीच पिछले सप्ताह आयोजित हुई जेईई मेन्स परीक्षा में कुल पंजीकृत उम्मीदवारों में से 74 प्रतिशत उपस्थित हुए। यह जनवरी सत्र के मुकाबले उपस्थिति के आंकड़े में गिरावट को दर्शाता है। जनवरी सत्र के दौरान उपस्थिति कुल पंजीकृत उम्मीदवारों का 94.32 प्रतिशत रही थी।

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आगे ट्वीट में निशंक ने लिखा है कि दोबारा से परीक्षा को टालना किसी भी हालत में मेहनती स्टूडेंट्स के हित में नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सरकार हमेशा से स्टूडेंट्स के कल्याण और सुरक्षा के लिए है। हम हमेशा ही हमारे युवाओं के हित के लिए कार्य करते रहेंगे। 

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शिक्षा मंत्री निशंक ने जेईई मुख्य 2020 परीक्षा के रिजल्ट बारे में बड़ी घोषणा की है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि जल्द ही जेईई मेन 2020 का रिजल्ट जारी किया जाएगा। इसके अलावा अगर शिक्षा मंत्री ने जेईई मेन परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को भी शुक्रिया कहा। उन्होंने इस बारे में ट्विटर पर लिखा, ‘'सरकार पर भरोसा जताने और जेईई मेन परीक्षा में भाग लेने वाले सभी छात्रों और अभिभावकों को मेरा हार्दिक धन्यवाद। 

हालांकि, भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने चिंता व्यक्त की है कि परीक्षा में उपस्थिति, शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिये गए आंकड़ों से कम है। स्वामी ने ट्वीट किया, ‘‘शिक्षा मंत्रालय ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि भारत और विदेशों में 660 से अधिक केंद्रों के लिये 9.53 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया। अब मंत्री कह रहे हैं कि यह संख्या 8.58 लाख है। कौन सा तथ्य आधिकारिक है। ''

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उल्लेखनीय है कि इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने कोविड-19 के कारण जेईई मेन्स और नीट परीक्षा टालने की याचिका को खारिज कर दिया था और कहा था कि छात्रों का बहुमूल्य वर्ष बर्बाद नहीं किया जा सकता । गौरतलब है कि जेईई एडवांस परीक्षा 27 सितंबर को होने वाली है। इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, द्रमुक नेता स्टाालिन, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने परीक्षा स्थागित करने की मांग की थी ।

गौरतलब है कि इस साल कोविड-19 महामारी के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र के परीक्षा कराने के फैसले पर कई सवाल उठे। कई लोगों ने परीक्षा स्थगित करने की बात भी कही। लेकिन अंत में यह परीक्षा 1 से 6 सितंबर तक आयोजित की गई।


 


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Riya bawa

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