मंगल व शनि के एक साथ वक्री होने से आरंभ हुए खतरे के दिन, रहें सावधान

Tuesday, Apr 19, 2016 - 02:25 PM (IST)

रविवार दिनांक 17.04.16 को शाम 17 बजकर 47 मिनट पर मंगल वृश्चिक राशि में वक्री हो गए हैं। वर्तमान स्थिति में शनि गुरु और राहू पूर्व से ही वक्र स्थिति में हैं। इन चार ग्रहों के वक्र होने के कारण विलक्षण ग्रह योग का निर्माण हो रहा है। ऐसा संयोग कई दशकों बाद हुआ है जब चार बड़े ग्रह एक साथ वक्री गति से गोचर कर रहे हैं। यह विलक्षण ग्रह योग रविवार दिनांक 17.04.16 से सोमवार दिनांक 09.05.16 तक रहेगा। सोमवार दिनांक 09.05.16 बृहस्पति देव मार्गीय हो जाएंगे। इसी दौरान गुरुवार दिनांक 28.04.16 को रात 22 बजकर 49 मिनट पर बुध भी वक्री हो जाएंगे और उस समय एक साथ पांच ग्रह वक्री अवस्था में रहेंगे जो की एक अद्भुत ज्योतिषीय विलक्षण ग्रह योग होगा।
 
 
ज्योतिषशास्त्र के इस विलक्षण ग्रह योग से सूखा पड़ने की संभावना बढ़ेगी। एशिया महाद्वीप में भूकंप, युद्ध और शेयर बाजार में गिरावट से पूरे विश्व में भारी उथल-पुथल मच सकती है। भूमिपुत्र मंगल एक अग्नि तत्व प्रधान ग्रह हैं जो की बुधवार दिनांक 29.06.16 को रात 22 बजकर 57 मिनट तक वक्री गति से गोचर करेंगे। मंगल की वक्र गति तेज गर्मी और मानसून में देरी से देश में चल रहे सूखे के हालात पैदा कर सकती है। शास्त्रनुसार मंगल व शनि जब एक साथ वृश्चिक में वक्री होते हैं तो पूरे संसार में प्राणियों को भूकंप, युद्ध व सूखे से भारी क्षति पहुंचती है। मेदिनी ज्योतिष अनुसार मंगल व शनि के एक साथ वक्री होने से जनमानस को बहुत क्षति पहुंचती है।
 
 
शास्त्रनुसार जब मंगल व शनि दोनों एक साथ वक्री होते हैं तो उस दौरान अल्प वर्षा का योग बनता है तथा धूल भरी आंधियां चलने के कारण पूरे विश्व में हलचल व्याप्त होती है। देश भर में पिछले दो सालों में सामान्य से कम वर्षा हुई है जिसके कारण 12 राज्य एक साथ सूखे की चपेट में हैं। मंगल व शनि का एक साथ वक्री होने के कारण रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ेगी तथा दक्षिण-पश्चिम मानसून में भी विलम्ब होगा। मई-जून में मंगल-शनि के एक साथ वक्री होने से कई देशों के मध्य युद्ध जैसे हालत पैदा होने के योग हैं। नार्थ कोरिया व साउथ कोरिया, इजराइल व ईरान तथा भारत-पाकिस्तान के मध्य तनाव बढ़ने से शेयर बाजार में तेज गिरावट होने के योग हैं।
 
आचार्य कमल नंदलाल

ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com 

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