नवरात्र दस दिन, नवमी और दशहरा एक साथ

Tuesday, Oct 06, 2015 - 04:34 PM (IST)

इस वर्ष 13 अक्टूबर मंगलवार को अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा और श्री अग्रसेन जयंती के साथ शरद नवरात्रि महापर्व का आरंभ हो रहा है। शारदीय नवरात्र में एक दिन बढ़ने से इस साल नवरात्र नौ नहीं बल्कि दस दिन के होंगे। नवमी और दशहरा एक ही दिन आ रहा है। नवरात्र में एक प्रतिपदा तिथि की बढ़ौतरी होने से ऐसा हुआ है।

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यह है विशेष योग:                                    

इस बार की ग्रह स्थिति बुध आदित्य योग, उच्च के राहु तथा बुध और सिंहस्त बृहस्पति के होने से चल, अचल-संपत्ति खरीदने का बहुत शुभ मुहूर्त है तथा व्यापार के लिए विशेष लाभ प्रदान करेगा।

नवरात्र दस दिन होने से दश महाविद्या की साधना का भी विशेष संयोग बन रहा है।प्रतिपदा 13 अक्टूबर से 14 अक्टूबर को सुबह 08 बजे तक होने से प्रतिपदा दो दिन मानी जाएगी।

यह योग आठ साल के बाद आया है। जिसमें चित्रा नक्षत्र जोदेर रात्रि 4:38 तक तथा वैधृति योग जो रात्रि 11:17 तक रहेगा। इस योग का विशेष विधान देवी भागवत में बताया गया है की यदि यह योग हो तो अभिजित मुहूर्त में 11 बजकर 49 से लेकर 12 बजकर 35 मिनट घट स्थापना करनी चाहिए परंतु जो लोग इस समय घट स्थापना नहीं कर पाते हैं वे प्रात: शुभ मुहूर्त स्थानिक सूर्योदय के समय 6 बजकर 22 मिनट से लेकर 6:45 बजे तक कन्या लग्न में अथवा लाभ, शुभ, अमृत या राहु काल छोड़ कर स्थिर लग्न में भी कर सकते हैं। 

ज्योतिर्विद कर्मकांडी पं. सोमेश्वर जोशी

someshjoshimca@gmail.com

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