जन्मअष्टमी स्पैश्ल: 5 सितम्बर को बन रहे हैं दुर्लभ योग

Friday, Sep 04, 2015 - 08:42 AM (IST)

पुराणों के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रकृष्ण अष्टमी तिथि बुधवार, रोहिणी नक्षत्र व वृष राशि में अभिजीत मुहूर्त के अधीन हुआ है। ज्योतिषीय योगों के अनुसार यह एक दुर्लभ संयोग होता है, इसलिए भगवान कृष्ण पूरे संसार में अपनी लीलाओं, गीता ज्ञान और कर्म प्रधान जीवन के लिए आज भी उतने ही सार्थक हैं जितने 5000 साल पूर्व थे।

इस बार 5 सितम्बर, शनिवार को भी ये सभी दुर्लभ योग हैं जब अद्र्धव्यापिनी अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, वृषस्थ चंद्रमा का पुण्यप्रदायक योग बन रहा है। इस दिन चंद्रमा रात्रि 8.45 पर उदय होगा । शुक्रवार 4 सितम्बर  की रात 3 बज कर 56 मिनट पर अष्टमी लग जाएगी और अगले दिन अर्थात 5 सितम्बर , शनिवार की रात्रि 3 बजकर 02 मिनट तक रहेगी। रोहिणी नक्षत्र रात्रि 24.10 तक रहेगा।

—मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिषविद् 

Advertising