सावन का अंतिम सोमवार, इच्छाएं पूरी होंगी आज

Monday, Aug 24, 2015 - 02:20 PM (IST)

आज सावन के अंतिम सोमवार को धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के शिव मंदिरों में शिव भक्तों की धूम मची है और बम भोले के उदघोष चारों ओर सुनाई दे रहे हैं। सावन के अंतिम सोमवार को मंदिरों में सूर्य उदय से पूर्व ही शिव भक्तों का जन सैलाब उमड़ा है, विद्वानों ने बताया है सावन के अंतिम सोमवार को भगवान भोले नाथ की पूजा का विशेष महत्व है। 
 
भगवान भोले नाथ के प्रिय मास सावन में वैसे तो पूरा महीना शिव भक्तों का मंदिरों में तांता लगा रहता है परन्तु आज सावन मास का अंतिम सोमवार है, ऐसे में धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के शिव मन्दिरों में सावन के अंतिम सोमवार को शिव भक्तों की खूब धूम है और चारों ओर भगवान भोले नाथ की जय जयकार हो रही है।
 
कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक दुःख भंजन महादेव मन्दिर, श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मन्दिर ठसका मीरां जी, स्थानीश्वर महादेव मन्दिर, श्री रामेश्वर महादेव मन्दिर जयराम विद्यापीठ में शिव भक्त बेल पत्र, धतूरे, शहद, दूध, फल फूल इत्यादि अर्पित कर श्रद्धाभाव से पूजा अर्चना कर रहे हैं। 
 
आचार्य राजेश शास्त्री तथा प. सुशील शास्त्री ने बताया कि सावन मास में अंतिम सोमवार का विशेष महत्व है जो शिव भक्त सावन मास में किन्हीं कारणों से पूजा नहीं कर पाते हैं उन्हें सावन के अंतिम सोमवार के अभिषेक और पूजन से पूरे सावन के पूजन के फल की प्राप्ति होती है।
 
वैसे तो पूरे महीने शिव जी की विशेष पूजा की जाती है। यदि कोई व्यक्ति शिवजी की कृपा प्राप्त करना चाहता है, तो उसे प्रतिदिन शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए। विशेष रूप से सावन के हर सोमवार शिवजी का पूजन करें। भगवान की प्रसन्नता से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और परेशानियों का अंत होता है। 
 
मंदिर के पुजारी कहते हैं जो सावन मास के अंतिम सोमवार को पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती है ।  
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